Chhattisgarh News: बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में कोरोना गाइडलाइन के बावजूद अब भी स्कूलों का संचालन किया जा रहा है. केन्द्र और राज्य सरकार के कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक संभाग के सभी पांच जिलों में नाइट कर्फ्यू समेत कई नियम लागू किए गए हैं, लेकिन संभाग का बलरामपुर जिला एक मात्र ऐसा जिला है जहां अभी तक स्कूलों का संचालन हो रहा है. जिसको लेकर स्कूल संचालकों से लेकर अभिभावकों तक का अपना अलग-अलग विचार है. कुछ अभिवावक डरे हुए हैं तो कुछ का कहना है बच्चों के विकास के लिए स्कूल जाना भी जरूरी है.
40 फीसदी तक घटी है बच्चों की संख्या
कोरोना की तीसरी लहर और ओमीक्रोन के खतरे के बीच स्कूल के संचालन को लेकर ज्यादातर निजी और सरकारी स्कूल के संचालकों का लगभग एक ही मत है. बलरामपुर जिले के भंवरमाल में संचालित डीएवी स्कूल के प्राचार्य प्रभास चंद्र झा ने एबीपी न्यूज से बात की. इस दौरान उन्होंने बताया कि 20 दिसम्बर के बाद जब कोरोना बढ़ना शुरू हुआ तब से स्कूल में बच्चों की उपस्थिति में कमी आई है. उससे पहले उपस्थिति अच्छी थी. लेकिन 20 दिसंबर के बाद से धीरे-धीरे 35 से 40 फीसदी उपस्थिति घटी है.
इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि जनवरी में जब केस बढ़ने लगे तो 10 दिन के लिए (12-22 जनवरी) ऑनलाइन क्लास लगाने का फैसला हमनें लिया है. लेकिन 23 तारिख से फिर से ऑफलाइन क्लास चालू कर दी जाएंगी.
स्कूल वाहन में थर्मल स्कैनर का प्रयोग
इसके अवाला प्राचार्य ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी तरह से एहतियात बरती जा रही है. जो बच्चे स्कूल बस से स्कूल आना-जाना करते हैं. इसके लिए हमनें बस के ड्राइवर और खलासी को थर्मल स्कैनर दिया है. जो बच्चों को बस में चढ़ने से पहले स्कैन करते हैं. और जिस छात्र का तापमान 99 डिग्री तक पहुंच जाता है उन्हें स्कूल नहीं बुलाया जाता है. इसके अलावा जो बच्चे क्लास आते हैं उन्हें शिक्षकों द्वारा लगातार पूछा जाता है कि स्वास्थ्य ठीक है या नहीं? जो बच्चा सर्दी, खांसी या किसी तरह की परेशानी बताता है उसे हम आधे घंटे तक ऑब्जरवेशन में रखते हैं.
इसके अवाला उन्होंने बताया कि 23 तारीख से ऑफलाइन क्लास फिर से शुरू करेंगे. इसमे एक दिन पहली से 5वीं तक और एक दिन 6वीं से 12वीं तक कि क्लास रोटेशन के हिसाब से लगाई जाएगी. कोरोना को लेकर स्कूल प्रबंधन की ओर से पूरी सावधानी बरती जा रही है.
डर लगता है फिर भी भेजते हैं स्कूल
जिले के रामानुजगंज मुख्यालय में रहने वाले अभिवावक विकास केशरी से जब स्कूल खुले रहने और बच्चों को स्कूल भेजने का सवाल किया तो उन्होंने एबीपी न्यूज को ये बताया कि इस समय बच्चे को स्कूल भेजने में डर तो लगता है लेकिन पढ़ाई भी जरूरी है. श्री केशरी ने कहा कि स्कूल बंद होने से एक तरफ बच्चे मोबाईल और अन्य गलत गतिविधियों में लग जाते हैं जिससे उनकी आंखों में प्रभाव पड़ता है और शारीरिक विकास रूक जाता है. स्कूल खुला रहने में वो पढ़ाई के साथ खेल कूद और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में लगे रहते हैं. इसलिए उनका शारीरिक विकास स्कूल खुले रहने से बेहतर होता है.
अभिवावक विकास केशरी ने कहा कि डर लगने के बाद भी बच्चों को स्कूल भेजते हैं. लेकिन पहले वैन से भेजते थे. लेकिन अब बच्चों को मास्क पहना कर खुद स्कूल भेजतें हैं. स्कूल संचालक से ये निवेदन करते हैं कि सोशल डिस्टेंस का पालन कराया जाए. गौरतलब है कि विकास केशरी के सुपुत्र केजी टू में पढ़ते हैं.
छग में सरगुजा संभाग में अब तक कोरोना का कहर
प्रदेश मे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण आंकड़े डराने वाले हैं. कोरोना की तीसरी लहर के इस दौर में जो सरकारी आंकडे हैं. उनके मुताबिक संभाग के सरगुजा जिला में एक दिन पहले 204 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसके साथ ही जिले में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 826 हो गई है. इसके साथ ही अब तक कोरोना संक्रमण की चपेट में 35760 मरीज आ चुके हैं और कुल 245 लोगो की मौत हो चुकी है. इसी प्रकार कोरिया जिले में शुक्रवार को 134 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसके साथ ही जिले में कुल एक्टिव मरीजो की संख्या 472 हो गई है.
वहीं अब तक जिले में 28 हजार 3 सौ 53 कोरोना मरीज मिल चुके हैं और कुल 179 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा सूरजपुर में कल 67 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. कुल एक्टिव मरीजो की संख्या 225 हो गई है. वहीं अब तक जिले में 29 हजार 9 सौ 61 मरीज मिल चुके हैं. जिनमें 225 की मौत हो चुकी है. इसके अवाला जशपुर जिले की बात करें तो जिले में कल 148 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. फिलहाल इस जिले में एक्टिव केसों की संख्या 874 है और अब तक जशपुर जिले में 29 हजार 9 सौ 29 मरीज कोरोना की चपेट मे आ चुके हैं और 212 की अब तक मौत हो गई है.
अब बात करते हैं उस बलरामपुर जिले की जहां पर अभी तक शैक्षणिक गतिविधियां बदस्तूर जारी है. दरअसल बलरामपुर जिले में कल शुक्रवार को 33 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसके साथ जिले में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 120 है. साथ ही जिले में अब तक 20 हजार 8 सौ 92 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. वहीं 120 लोगों की इस बिमारी से असमय ही मौत हो चुकी है.
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