Balrampur News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज (Ramanujganj) में चल रहे जिला सहकारी केंद्रीय बैंक (District Cooperative Central Bank) के क्लर्क और गार्ड के साथ मारपीट का वीडियो वायरल (Video Viral) होने के बाद विधायक बृहस्पत सिंह (Brihaspat Singh) ने कहा कि 'मैने मारा है, मैं किसान का बेटा हूं. किसानों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करूंगा'. जिला किसान कांग्रेस ने विधायक बृहस्पत सिंह और जिलाध्यक्ष विकास दुबे (Vikash Dubey) के नेतृत्व में केन्द्रीय सहकारी बैंक प्रबंधन के खिलाफ भारत माता चौक पर दो दिवसीय किसान आक्रोश आंदोलन किया. इसमें सैकड़ों किसान मौजूद थे.


तीन दिन पूर्व हुई थी मारपीट
गौरतलब है कि तीन दिन पूर्व केन्द्रीय सहकारी बैंक में मारपीट की घटना हुई थी. इस मामले को लेकर बैंक कर्मी दो दिवसीय अवकाश पर चले गए. क्षेत्रीय विधायक बृहस्पत सिंह ने बताया कि बैंक कर्मचारियेां के विरूद्ध जांच और कार्रवाई के लिए उन्होंने राज्यपाल को 11 सूत्री मांग पत्र भेजा है. मांग पत्र में बैंक में किसानों को हो रही परेशानियों और कर्मचारियों के विरूद्ध जांच की मांग की गई है. 



'पूरा दिखाना था वीडियो'
विधायक बृहस्पत सिंह ने मारपीट के वायरल विडियो के संबंध में कहा कि 'जो वीडियो वायरल किया गया है, उसे पूरा दिखाना था. इसमें किसानों के साथ बैंक कर्मचारियों के द्वारा जो दुर्व्यवहार किया गया है, उसे भी दिखा देते'. इसके बाद नागरिक फैसला करते कि मैने जो किया है, वह उचित था या अनुचित. उन्होंने कहा कि अगर किसानों के साथ दुर्व्यवहार या बेईमानी की जाएगी तो मैं कानून से ऊपर उठकर किसानों के हित के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा.


'किसानों को लूटते हैं बैंक कर्मचारी'
विधायक ने कहा कि किसानों का धान, सरकार का पैसा और बीच में बैठे दलालों के माध्यम से बैंक कर्मचारी किसानों को लूटने का कार्य करते हैं. उन्होंने कहा कि जब इसका खुलासा होता है तो बीजेपी की ओर से सवाल उठाए जाते हैं. बृहस्पत सिंह ने बैंक कर्मियों के साथ मारपीट करने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि जो किसान ठीक से खड़ा नहीं हो पा रहा है, उसके साथ बैंककर्मी ने अमर्यादित व्यवहार किया. इसके लिए मैंने उसे 2-3 थप्पड़ जड़ दिए. यदि किसी किसान के साथ ऐसा कृत्य होगा तो मैं अंतिम दम तक लड़ाई लड़ने को तैयार हूं.


ये हैं किसानों की मांगें
जिला किसान कांग्रेस द्वारा सौंपे गए 11 सूत्री मांगों में किसानों से वारदाना देने में ली गई रिश्वत की जांच करा वापस दिलाने, फर्जी तरीके से कराए गए केसीसी की जांच कराने, दो वर्ष पूर्व बना एटीएम अपडेट कराकर किसानों को देने, बैंक कर्मी द्वारा राशि निकालने के नाम पर ली जाने वाली रिश्वतखोरी पर लगाम लगाने, समिति द्वारा आरक्षित की गई राशि की जांच कराने, रकबा के हिसाब से खाद उपलब्ध कराने जैसी मांगें शामिल हैं.


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