Balrampur: जमीन घोटाले को लेकर CM बघेल को पूर्व बीजेपी सांसद नेताम का चैलेंज- 'बलरामपुर जिले से करें कार्रवाई'
छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. बीजेपी मंत्री ने सैकड़ों एकड़ की भूमि रातों-रातों रजिस्ट्री को लेकर राज्य सरकार से पूछा सवाल.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के तातापानी में बीजेपी जिला स्तरीय कार्य समिति की बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में संगठनात्मक रूप से चर्चा हुई. इसके साथ ही बीजेपी के मोर आवास मोर अधिकार कार्यक्रम के विस्तार के लिए कार्ययोजना बनाई गई. वहीं बैठक में शामिल होने आए पूर्व राज्यसभा सांसद और भूतपूर्व कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम (Ramvichar Netam) ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के कलेक्टर्स पर कार्रवाई किए जाने वाले बयान का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बलरामपुर जिले से कार्रवाई की शुरुआत करें. उन्होंने रामानुजगंज में एक मृत व्यक्ति के जिंदा होने के प्रमाण के साथ रजिस्ट्री किए जाने का आरोप भी लगाया.
जमीन घोटाले पर सरकार को घेरा
दरअसल, तातापानी में आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यसमिति की बैठक में 30 जनवरी को जिलेभर के बीजेपी के नेता जुटे हुए थे. यहां बीजेपी के कद्दावर नेताओं ने मिशन 2023 के लिए कार्यकर्ताओं को रिचार्ज किया. इसी बीच क्षेत्र के कद्दावर नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिले के जामवन्तपुर से लेकर आरागाही तक सैकड़ों एकड़ की भूमि पर रातों-रातों रजिस्ट्री हो गई. नियमों को दरकिनार कर रिकार्ड भी दुरुस्त कर लिए गए. उन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री के राजस्व प्रकरणों में देरी पर कलेक्टर्स पर कार्रवाई वाले बयान का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बलरामपुर जिले से कार्रवाई शुरू करें. उनका आरोप था कि राजस्व प्रकरणों में गड़बड़ियां हुई है.
सीएम को दिया चैलेंज
पूर्व राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री अगर कार्रवाई करना चाहते हैं, दूध का दूध पानी का पानी सही में करना चाहते हैं, तो नगर रामानुजगंज से शुरू करें. यहां मरे हुए आदमी को जिंदा बताकर रजिस्ट्री कर दिया गया और एक फर्जी आदमी को लाकर बंद कर दिया गया. इसके पीछे कौन है मास्टरमाइंड? उसको क्यों नहीं बंद करते. रामानुजगंज में सैकड़ों एकड़ जमीन लूट लिया गया. उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करते? रातों रात जमीन रजिस्ट्री हो जा रहा है और उसी रात में संशोधन पास और रिकॉर्ड दुरुस्त हो रहा है. इसकी जांच क्यों नहीं करवाते. उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को दावे के साथ चैलेंज करता हूं कि अगर कथनी और करनी में अंतर नहीं है, तो रामानुजगंज और बलरामपुर में कार्रवाई करके देखिए.
ये भी पढ़ेंः Watch: शराब के नशे में ऐसा झूमा स्कूल टीचर, कुत्ते के साथ करने लगा ऐसी हरकत, वीडियो वायरल