Bastar Gothans Extension: छत्तीसगढ़ के बस्तर में आदिवासी महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए बस्तर जिले के गोठानों में सामुदायिक बाड़ी योजना की शुरुआत की जा रही है. विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इस योजना से महिलाओं को काफी फायदा पहुंचेगा. इस योजना के तहत पहले आदिवासी अंचलों के एक-एक महिलाओं को जोड़कर स्व सहायता समूह बनाया गया है और समूह के महिलाओं के सहयोग से गोठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है. जिसमें महिलाएं सामुदायिक बाड़ी योजना के तहत गोठानों में सब्जियों की खेती करेंगी.
इसके लिए महिलाओं को उद्यानिकी विभाग के द्वारा सब्जियों के बीज मुफ्त में दिए जाएंगे. इसके साथ ही इस योजना के तहत गौठानो में छाया बनी रहे इसके लिए कटहल, आम और कदम के पेड़ लगाए जाएंगे. जिससे महिलाओं को अच्छी खासी आमदनी होगी. विभाग के द्वारा बस्तर जिले के 150 गोठानों में सामुदायिक बाड़ी योजना का विस्तार किए जाने की योजना बनाई गई है. जिसका फायदा जिले के करीब 1500 से अधिक आदिवासी ग्रामीण महिलाओं को मिल सकेगा.
150 गोठनों को सामुदायिक बाड़ी योजना से जोड़ने की तैयारी
बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रों को काफी पिछड़ा हुआ क्षेत्र माना जाता है. यहां की आदिवासी महिलाओं के रोजगार के लिए किसी तरह के कोई साधन नहीं है. इस वजह से जिला प्रशासन उद्यानिकी विभाग के माध्यम से जिले के पूरे 150 गोठानों को सामुदायिक बाड़ी योजना से जोड़ रही है. इस योजना में सभी आदिवासी महिलाएं हरी सब्जियां उगा सकेंगी और इसके लिए विभाग द्वारा मुफ्त में बीज दिए जाने के साथ ही सारे संसाधन मुहैया कराए जाएंगे. यहां की महिलाएं बकायदा इन सब्जियों की देखरेख करेंगे. यही नहीं इन सब्जियों को बेचकर महिलाओं को अच्छी खासी आमदनी भी होगी.
उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक अजय कुशवाह ने बताया कि इस योजना का फायदा बड़े पैमाने पर महिलाओं को मिलेगा और आने वाले दिनों में इस योजना के तहत काम शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी गोठानों में सब्जियों की खेती स्व सहायता समूह की महिलाओं ने की थी, जिसमें उन्हें अच्छी खासी आमदनी हुई थी और करीब 4 गांव की महिलाओं ने 1 लाख रुपये से ज्यादा मुनाफा कमाया था. वहीं अब बड़े स्तर पर महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ उनकी अच्छी आमदनी हो सके इसके लिए 150 गोठानों को सामुदायिक बाड़ी योजना से जोड़ने के लिए योजना बनाई गई है.
गोठानो में सब्जी उगाने मुफ्त में दिए जाएंगे संसाधन
बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि सामुदायिक बाड़ी योजना का फायदा बड़े पैमाने पर मिले इसके लिए इस योजनाओं को अब सरकारी संस्थानो से जोड़ दिया गया है. आने वाले दिनों में इस योजना के तहत समूह के द्वारा उगाए जाने वाले सब्जियों को सरकारी आश्रम, कन्या छात्रावास, स्कूलों और पुलिस कैंपो के साथ ही अन्य संस्थान में सप्लाई किया जाएगा. प्रशासन की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा आदिवासी महिलाओं को रोजगार मिले. साथ ही उन्हें हर महीने अच्छी आमदनी हो सके ताकि उनके जीवन का उत्थान हो इसकी पूरी कोशिश में जिला प्रशासन जुटी हुई है.
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