Chhattisgarh: नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के तीन खिलाड़ियों ने वर्ल्ड मल्लखंब चैंपियनशिप में जीता गोल्ड, सीएम बघेल ने कही ये बात
भूटान में आयोजित World Mallakhamb Championship में गोल्ड पदक जीतने वाले अबूझमाड़ के तीनों विजेताओं को सीएम बघेल और खेल मंत्री उमेश पटेल ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.
Narayanpur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सबसे पिछड़े इलाकों में शुमार और नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले (Narayanpur District) के अबूझमाड़ (Abujhmad) के तीन आदिवासी छात्रों ने भूटान (Bhutan) में हुए दूसरे वर्ल्ड मल्लखंब चैंपियनशिप (World Mallakhamb Championship) में गोल्ड मेडल जीता है.
तीनों पदक विजेताओं में संतोष सोरी ने बालक वर्ग से तो वहीं संताय पोटाई और जयंती कचलाम ने बालिका वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. इन खिलाड़ियों ने 9 से 12 मई के बीच भूटान में आयोजित दूसरे वर्ल्ड मल्लखंभ चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था, जहां तीनों ने भारत की राष्ट्रीय टीम से खेलते हुए गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास बनाया है.
मल्लखंभ खेलों के तीनों पदक विजेताओं की जीत पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और खेल मंत्री उमेश पटेल ने बधाई दी है. इस वर्ल्ड चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के आधार पर तीनों खिलाड़ियों को भारत की राष्ट्रीय टीम में सेलेक्ट कर लिया गया है.
कम उम्र में ही तीनों खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में जीत कई मेडल
दरअसल छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबुझमाड़ इलाके के रहने वाले हैं. ये तीनों ही खिलाड़ी नारायणपुर मल्लखंभ एकेडमी छात्र हैं और वहीं रोजाना अभ्यास भी करते हैं. अपनी प्रतिभा, कठिन परिश्रम और पूरी लगन से तीनों ने देश के अलग- अलग राज्यों में आयोजित राष्ट्रीय मल्लखंभ प्रतियोगिता अपना लोहा मनवाया है. नारायणपुर मल्लखंभ एकेडमी के छात्र संतोष सोरी अब तक कुल 18 पदक जीत चुके हैं, जिसमें 12 गोल्ड और 6 ब्रोंज मेडल शामिल है. नारायणपुर के देवगांव पोटा केबिन स्कूल में कक्षा 5वीं पढ़ाई के दौरान संतोष सोरी ने साल 2017 से मल्लखंभ खेलों में अभ्यास और प्रतिभाग करना शुरु कर दिया था. संतोष सोरी की उम्र अभी सिर्फ महज 14 साल है और वे अब तक 18 मेडल जीत चुके हैं.
मल्लखंभ के बालिका वर्ग में संताय पोटाई ने भी अब तक कुल 17 पदक जीते हैं. वहीं जयंती कचलाम भी 12वीं की छात्रा है और पिछले 4 सालों से मल्लखम्ब खेलों का अभ्यास कर रही हैं. उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अब तक कुल बालिका वर्ग में कुल 14 मेडल जीते हैं. भूटान में आयोजित दूसरे वर्ल्ड मल्लखंभ चैंपियनशिप गोल्ड मेडल जीत कर तीनों खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़ और देश का मान बढ़ाया है. भूटान में आयोजित इस वर्ल्ड मल्लखंभ चैंपियनशिप में भारत के अलावा जापान ,अमेरिका ,साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बहारीन सहित अन्य देशों के करीब 200 से ज्यादा खिलाड़ियों ने इस चैंपियनशिप में भाग लिया था.
सीएम बघेल ने बधाई देते हुए दिया ये संदेश
इस जीत पर छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल और प्रदेश के खेल मंत्री उमेश पटेल ने गोल्ड मेडल विजेता तीनों ही खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उनकी तारीफ करते हुए तीनों के उज्जवल भविष्य की कामना की है. सीएम ने विजेताओं की तारीफ करते हुए कहा कि वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा की चमक बिखेरते हुए अपने कौशल और हुनर से सभी का दिल जीत लिया है. तीनों गोल्ड मेडल जीतकर विश्व पटल पर भारत और छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है. दरअसल अबूझमाड़ भारत का ऐसा जनजातीय क्षेत्र है जो आजादी के 75 साल बाद भी विकास से अछूता है. नक्सलवाद से प्रभावित होने के कारण यहां के लोगों की जीवन शैली अभी भी खेती और जंगल के वनोपज से जुड़ी हुई है.