Bastar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में तेजी से हो रहे धर्मांतरण के बीच आदिवासी जनजाति के कुछ लोगों ने शनिवार को अपने मूल धर्म में वापसी की है.  मामला बस्तर जिले के लौंहडीगुड़ा ब्लॉक  के पारापुर पंचायत का है, जहां कुछ वर्ष पहले अपने धर्म को छोड़ ईसाई धर्म को अपनाने वाले एक परिवार के 6 सदस्यों ने अपने मूल धर्म में वापसी कर ली है. गांव के ग्रामीणों ने  पूरे हिन्दू रीति रिवाज और पूजा पाठ के साथ मूल धर्म में इनकी वापसी करवाई है.


इसके अलावा गांव की देवी देवताओं के सामने ग्रामीणों ने इन्हें संकल्प दिलाया और अपने धर्म को कभी नहीं छोड़ने की बात कही. दरअसल, लौहंडीगुड़ा ब्लॉक के पारारापुर पंचायत के ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक, गांव के कुछ लोगों मे पिछले कुछ सालों से अपना धर्म छोड़कर ईसाई धर्म का अपना लिए था. इसके साथ ही वो गांव के सभी रिती रिवाज, मंडई मेला, अपनी संस्कृति और तीज-त्योहारों से दूर हो गए थे, लेकिन मूल रूप से आदिवासी होने के कारण गांव के ग्रामीणों ने कभी उनका साथ नहीं छोड़ा और हर दु:ख सुख में उनके साथ खड़े रहे.


परिवार के 6 सदस्यों ने मूल धर्म में वापसी की
इसके बाद उसी परिवार के 6 सदस्यों ने पंचायत के सरपंच और ग्रामीणों के सामने अपने मूल धर्म में वापसी की इच्छा जाहिर की, जिसके बाद परिवार के सभी छह सदस्यों की हिंदू धर्म में वापसी कराई गई. साथ ही ग्रामीणों ने उन सभी को संकल्प दिलाया गया कि अब वो  कभी अपने मूल धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म में नहीं जाएंगे. वहीं ईसाई धर्म छोड़कर अपने धर्म में वापस लौटने वाले उन छह लोगों ने बताया कि ईसाई धर्म अपनाने के बाद वो अपने तीज-त्योहारों, आदिवासी परंपरा और रीति-रिवाजों से दूर हो गए थे. उन्होंने बताया कि इसके बाद ही उन्हें गांव में अपने लोगों के असली महत्व के बारे में पता चला. साथ ही गांव के देवी देवताओं में सच्ची आस्था के प्रति ज्ञान हुआ.


केदार कश्यप ने क्या कहा
इसके बाद ही दूबारा उन्होंने अपने मूल धर्म में लौटने की इच्छा जाहिर की. इसके बाद मूल धर्म में उनकी वापसी कराई गई. वापस हिंदू धर्म अपनाने वाले लोगों ने बस्तर के बाकि आदिवासियों से भी अपने मूल धर्म में वापस आने के लिए अपील की है और अपने आदिवासी परंपरा रीति-रिवाजों और संस्कृति को हमेशा जीवित रखने का संदेश दिया भी है. वहीं इन सबके बीच बीजेपी के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस  सरकार के संरक्षण में आदिवासी अपने मूल धर्म को छोड़ ईसाई धर्म को अपना रहे हैं,  लेकिन यह अच्छी बात है कि अब आदिवासी अपने मूल धर्म में वापस लौट रहे हैं.


केदार कश्यप ने कहा कि बीजेपी भी पूरी कोशिश कर रही है कि जितने भी बस्तर के मूल आदिवासी हैं, वह अपने धर्म में वापस लौटे. पार्टी इसके लिए उनके साथ-साथ विभिन्न हिंदू और सामाजिक संगठनों से बात कर रही है और जो अपना धर्म छोड़कर ईसाई बने हैं, उनको अपने धर्म में वापसी कराने का प्रयास कर रही है. गौरतलब है कि बस्तर में कुछ महीनों से धर्मांतरण का मुद्दा छाया हुआ है. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.


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