Lumpy Virus News: देश के कई राज्यों में मवेशियों में फैल रहे लंपी स्किन डिरगीज वायरस (Lumpy Virus) को देखते हुए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में भी खास सतर्कता बरती जा रही है. गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में भी मवेशियों में लंपी वायरस की पुष्टि होने के बाद बस्तर में जिला प्रशासन ने मवेशियों के परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगा दी. साथ ही बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में बड़े स्तर पर लगने वाले पशु बाजार को भी पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है.
इन राज्यों तक होती है खरीद-बिक्री
दरअसल हर रोज छत्तीसगढ़ के बस्तर से तेलंगाना, उड़ीसा, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश तक पशुओं की खरीदी बिक्री होती है. ऐसे में तेजी से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए परिवहन के साथ-साथ बाजारों को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. हालांकि राहत वाली बात यह है कि बस्तर जिले में अब तक लंपी वायरस से एक भी पशु के संक्रमण होने की जानकारी नहीं मिली है. ग्रामीण क्षेत्र में इसको लेकर लापरवाही ना बरती जाए इसके लिए जिला प्रशासन ने पशु चिकित्सा विभाग को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया.
अगले आदेश तक बंद रहेंगे पशु बाजार
बस्तर कलेक्टर चन्दन कुमार द्वारा आदेश जारी करने के बाद पशु बाजार लगने वाले ग्राम पंचायतो में भी बाजार बंद रखने के आदेश जारी किये गये. दरअसल जिले के लौंहडीगुड़ा ब्लॉक में बड़े स्तर पर पशुओं का बाजार लगता है. यहां छत्तीसगढ़ राज्य के साथ-साथ पड़ोसी राज्य उड़ीसा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के भी मवेशियों की खरीद-बिक्री की जाती है. महाराष्ट्र और गुजरात के अलावा मध्य प्रदेश से भी मवेशी यहां बिक्री के लिए पहुंचते हैं. इसे देखते हुए बस्तर जिले और पूरे संभाग में परिवहन पर ही पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है. आगामी आदेश तक पशु बाजार को भी बंद रखने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं.
पामेला बाजार बंद करने के आदेश दिये गये
वहीं रविवार को भी बस्तर संभाग के सबसे बड़े पशु बाजार पामेला बाजार बंद करने के आदेश दिये गये. कलेक्टर ने बताया कि इस पामेला बाजार में बड़ी संख्या में पशुओं की खरीदी बिक्री होती है. ऐसे में पामेला पशु बाजार के साथ-साथ बाकी जिले में लगने वाले बाजारों में पशु की खरीदी बिक्री पर रोक लगाई गयी. कलेक्टर ने कहा कि सही समय पर अगर संक्रमण को नहीं रोका गया तो यह जिले के सभी पशुओं में भयंकर रूप से फैल सकता है. वहीं पशु चिकित्सा विभाग ने छत्तीसगढ़ सरकार के आदेश के अनुसार इस संक्रमण के रोकथाम के लिए जिले के अन्य राज्यों से पशुओं के परिवहन के साथ-साथ विक्रय पर भी प्रतिबंध लगाया है.