Bastar Crime News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की बस्तर पुलिस (Bastar Police) ने साइबर क्राइम (Cyber Crime) के दो अलग-अलग मामलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल 3 आरोपियो को धर दबोचा है. ये तीनों आरोपी बिहार के नालंदा जिले (Nalanda district of Bihar) के निवासी हैं जो फ्रॉड कॉल करके लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. इन लोगों ने बस्तर जिले के भी दो लोगों को फ्रॉड कॉल करके ठगी का शिकार बनाया और उनसे लाखों रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए. 


लंबे समय से कर रहे थे फ्रॉड
पीड़ितों की शिकायत पर बस्तर पुलिस की साइबर टीम ने 1 महीने के अंदर ही दो अलग-अलग मामलों में शामिल तीन आरोपियों को धर दबोचा और इनके पास से डेढ़ लाख रुपए नगद, 2 लैपटॉप, टैबलेट, 17 मोबाइल सहित बड़ी संख्या में सिम कार्ड और डेबिट कार्ड भी बरामद किया है. तीनों आरोपी लंबे समय से फ्रॉड कॉल करके लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते थे.


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ठगी का पहला मामला
जगदलपुर सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया, जिले के कोतवाली और दरभा थाने में फ्रॉड कॉल कर रुपए ठगी करने का मामला दर्ज किया गया था. पहला मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के पाथरी गांव का है. यहां सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर गणेश राम कश्यप नाम के युवक को फोन कर जगदलपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 20 हजार रुपये की मांग की और राशि अपने खाते में डलवा लिया और पीड़ित को फर्जी नियुक्ति पत्र आदेश जारी कर ठगी किया गया. 


पीड़ित गणेश राम कश्यप की रिपोर्ट पर फ्रॉड मोबाइल कॉल की पूरी डिटेल निकाली गई और इस मामले में साइबर टीम की मदद से पुलिस की एक टीम को बिहार के नालंदा जिला रवाना किया गया. यहां पुलिस ने संदेह के आधार पर एक युवक को गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान आरोपी चंदन कुमार ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर 20 हजार रुपये अपने खाते में डलवाने की बात कबूल की जिसके बाद पुलिस आरोपी को अपने साथ जगदलपुर ले आयी.


ठगी का दूसरा मामला
वहीं दूसरे मामले में दो आरोपियों ने फ्रॉड कॉल कर जिले के कामानार गांव में मौजूद सीआरपीएफ कैंप में पदस्थ सब इंस्पेक्टर को अपना शिकार बनाया. दोनों ही आरोपियों ने सिम बंद होने और वेरिफिकेशन के नाम पर सब इंस्पेक्टर से ठगी की और उनसे अपने मोबाइल पर क्विक सपोर्ट नाम की एप्लीकेशन डाउनलोड करवाई जैसे ही सब इंस्पेक्टर ने इस एप्लीकेशन को डाउनलोड किया उसके बाद दोनों आरोपी ने सब इंस्पेक्टर की सारी जानकारी निकालते हुए उनके खाते से करीब 6 लाख 40 हजार रुपये की ठगी कर ली. 


इसके बाद सब इंस्पेक्टर ने इसकी रिपोर्ट दरभा थाने में दर्ज कराई और दोनों आरोपी का पता लगाने में भी पुलिस की टीम जुट गई. साइबर सेल की मदद से इन दोनों आरोपियों को बिहार के नालंदा जिले से गिरफ्तार किया गया. दोनों ही आरोपी लंबे समय से लोगों को उनके सिम बंद होने और वेरिफिकेशन करने के नाम पर ठगी का शिकार बनाते थे. फिलहाल दोनों मामलों में तीनों आरोपी के खिलाफ साइबर एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वहीं बस्तर पुलिस ने बस्तर वासियों से इस तरह के फ्रॉड कॉल से सचेत रहने की भी अपील की है.


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