Bastar : 27 घंटे बाद SDRF ने चित्रकोट वाटरफॉल से बरामद किया महिला का शव, 110 फीट ऊंचाई से लगाई थी छलांग
SDRF और लोकल नाविकों को लगभग 27 घंटे तक इतने बड़े वाटरफॉल में शव को ढूंढने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में बस्तर (Bastar) के चित्रकोट वाटरफॉल (Chitrakote Waterfall) में छलांग लगाकर आत्महत्या करने वाली महिला का शव काफी मशक्कत करने के बाद आखिरकार एसडीआरएफ की टीम ने ढूंढ निकाला है. शव को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह महिला शादीशुदा है लेकिन अब तक इसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है और इसके लिए पुलिस आसपास के लोगों को भी सूचना दे रही है.
27 घंटे चला रेस्क्यू
लगभग 27 घंटे के रेस्क्यू के बाद SDRF की टीम ने पानी के अंदर मौजूद पत्थर के नीचे फंसे बॉडी को निकालने में सफलता हासिल की. हालांकि डेड बॉडी को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह ग्रामीण महिला है. महिला की वेशभूषा भी बस्तर के लोकल ग्रामीण महिला की तरह है. फिलहाल शव को बरामद कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
110 फीट से लगाई थी छलांग
प्रसिद्ध चित्रकोट वाटरफॉल के लगभग 110 फीट ऊंचाई से छलांग लगाने वाली महिला का शव आखिरकार SDRF की टीम ने ढूंढ लिया है, लेकिन इसके लिए SDRF और लोकल नाविकों को लगभग 27 घंटे तक इतने बड़े वाटरफॉल में शव को ढूंढने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. शुक्रवार देर रात से SDRF की टीम शव को ढूंढने के लिए प्रयास करती रही थी. शनिवार शाम 4 बजे के करीब शव को बरामद कर लिया गया.
डीएसपी ने क्या बताया
डीएसपी पंकज ठाकुर ने बताया कि, महिला के शव को देखकर और गले में मंगलसूत्र देखकर शादीशुदा महिला होने की पुष्टि हुई है, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई है. आसपास के ग्रामीणों तक सूचना भेज दी गई है और लगातार ग्रामीण शव को देखने पहुंच भी रहे हैं. अब तक महिला के परिजनों के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है. महिला ने आत्महत्या क्यों की इसका पता शिनाख्ती करने के बाद चल पाएगा.
डीएसपी ने बताया, फिलहाल बॉडी का पोस्टमार्टम किया जाएगा और चित्रकोट और लौंहडीगुड़ा ब्लॉक के आसपास के सभी क्षेत्रों में सूचना दी जाएगी और जिसके बाद ही आत्महत्या के असल कारणों का पता चल पाएगा. फिलहाल पुलिस महिला के शव की पोस्टमार्टम करने की तैयारी में जुट गई है.
सुरक्षा में बड़ी चूक
इधर इस घटना से पर्यटन विभाग और पुलिस की लापरवाही भी उजागर हो गई है. महिला को वाटरफॉल के बीच तक जाने के लिए किसी तरह की कोई रोक-टोक नहीं की गई और ना ही सुरक्षा के लिए कोई गार्ड तैनात किया गया था, जिसके चलते आसानी से इतने बड़े वाटरफॉल के बीचो बीच महिला पहुंच गई और छलांग लगाकर अपनी जान दे दी.