Bastar News: छत्तीसगढ़ में बीजेपी के पूर्व मंत्रियों को पुलिस और कांग्रेसियों से उलझना महंगा पड़ता नजर आ रहा है. राजधानी रायपुर में पूर्व मंत्री राजेश मूणत के बाद अब बस्तर में पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के खिलाफ बोध घाट थाना में रेलवे के अधिकारियों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
दरअसल जगदलपुर शहर में रेलवे की जमीन पर अवैध तरीके से रह रहे लोगों पर कार्रवाई के दौरान पूर्व मंत्री समेत बीजेपी कार्यकर्ताओं की रेलवे कर्मचारियों और इंटुक कांग्रेस के पदाधिकारियों से झड़प हुई. जिसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और कॉलोनी में अवैध रूप से रह रहे कुछ लोगों के खिलाफ बोधघाट थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
इन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज
छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप, पूर्व विधायक संतोष बाफना, बैदूराम कश्यप, संजय पांडे, युवा मोर्चा के अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव और निगम नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज हुई है.
सबूत के तौर पर सौंपा 16 जीबी का पेन ड्राइव
इतना ही नहीं सबूत के तौर पर रेलवे के अधिकारियों ने बोधघाट थाने को एक 16 जीबी का पेन ड्राइव भी सौंपा है. जिसमें इस पूरे विवाद का वीडियो और फोटो मौजूद है, बताया जा रहा है कि इसमें बीजेपी नेताओं द्वारा कथित तौर पर कर्मचारियों से मारपीट और बदसलूकी के वीडियो फुटेज हैं.
कब्जाधारियों ने भी थाने में दर्ज कराई शिकायत
इस मामले में कॉलोनी में अवैध रूप से रह रहे कब्जाधारियों ने भी रेलवे के कर्मचारियों और इंटुक कांग्रेस के पदाधिकारी पर घर खाली कराने के नाम पर अपशब्दों का इस्तेमाल करना और महिलाओं से बदसलूकी करने समेत अन्य शिकायत भी दर्ज कराई है. इस मामले की जांच करते हुए बोधघाट पुलिस ने कुछ शिकायतकर्ताओं के बयान भी दर्ज कराए हैं. लेकिन अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. बोधघाट थाना प्रभारी लालजीत सिन्हा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. उसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी.
डीआरएम ने जिला प्रशासन से की लिखित शिकायत
इधर इस मामले में ईस्ट कोस्ट रेलवे के DRM अनूप सतपथी ने भी पूर्व मंत्री समेत बीजेपी कार्यकर्ताओं और कब्जाधारियों पर कार्रवाई की मांग लेकर बस्तर जिला प्रशासन को भी लिखित शिकायत की कॉपी दी है. उन्होंने बताया कि हाल ही में जगदलपुर प्रवास के दौरान रेलवे कॉलोनियों का निरीक्षण किया था. इस दौरान बड़ी संख्या में कब्जाधारियों के झोपड़ी बनाकर रहने की जानकारी मिली। जिसके बाद उनके निर्देश पर ही रेलवे के कर्मचारी कार्रवाई करने गए हुए थे.
वहीं उन्होंने कई तरीके के अवैध काम भी चलने की बात कही है. साथ ही अवैध बस्ती की वजह से इलाके में चोरी और अपराध के मामले बढ़ने की बात भी कही है. इसलिए कब्जाधारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश उन्होंने दिए थे. डीआरएम ने कहा कि रेलवे कर्मचारी से बदसलूकी और मारपीट करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए उन्होंने बस्तर कलेक्टर, एसपी और राजधानी रायपुर में भी शिकायत की है.
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