Bastar Crime: आर्मी अफसर बन पेमेंट रिक्वेस्ट भेजा, OTP का पता चलने पर खाते से उड़ाई रकम, पुलिस ने ऐसे पकड़ा
Cyber Crime: बस्तर पुलिस ने फर्जी आर्मी अफसर को हरियाणा से गिरफ्तार किया है. ऑनलाइन ठगी करने के केस में पुलिस आरोपी तक बैंक खाते के माध्यम से पहुंची. ठग बस्तर से बाहर भी कई लोगों को शिकार बना चुका है.
Cyber Fraud in Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में आर्मी अफसर बताकर दुकान संचालक से 75 हजार ठगी करने का मामला सामने आया है. आरोपी ने बड़ी चालाकी से आर्मी अफसर के नाम पर दुकान संचालक को जाल में फंसाया और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से 75 हजार खाते से उड़ा दिए. ठगी के बाद बाद फर्जी आर्मी अफसर ने अपना मोबाइल बंद कर दिया.
कोतवाली में शिकायत दर्ज होने के बाद साइबर सेल की टीम आरोपी तक पहुंचने में कामयाब हो गई. बैंक खाते की पड़ताल कर आखिरकार फर्जी आर्मी अफसर हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी ने आर्मी अफसर बनकर कई लोगों को चूना लगाने का जुर्म कबूल किया है. पीड़ितों के खाते से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर लाखों रुपये आरोपी ने पार कर लिए. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है.
आर्मी अफसर बताकर दुकानदार को लगाया चूना
बस्तर एएसपी निवेदिता पॉल ने बताया कि जगदलपुर के रहने वाले हर्ष बाफना ने कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराई थी. दुकानदार ने बताया था कि खुद को आर्मी अफसर बताकर शख्स ने फर्नीचर खरीदने के नाम पर गूगल पेमेंट रिक्वेस्ट भेज कर तीन बार 25- 25 हजार रुपये की ठगी कर ली. प्रार्थी हर्ष बाफना को बैंक खाते से 75 हजार की निकासी का पता ही नहीं चला. ओटीपी की जानकारी होने पर आरोपी ने 75 हजार ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया. कई दिनों तक प्रयास के बावजूद फोन नहीं लगा.
ठगी का शिकार होने के बाद हर्ष बाफना ने कोतवाली थाना में मामला दर्ज करवाया. प्रार्थी ने बताया कि आरोपी ने खुद को आर्मी का अफ़सर बताया और कहा कि परिवार जगदलपुर से लगे परपा के सरकारी क्वार्टर में रहता है. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी की पतासाजी में जुट गई. साइबर सेल की टीम ने बैंक खाते और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपी को हरियाणा के मेवात से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की पूछताछ में बताया कैसे करता था ठगी
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूलते हुए चौंकानेवाला खुलासा किया है. उसने बताया है दूसरे शहर और राज्यों के लोगों को भी ठगी का शिकार बना चुका है. गूगल मैप के माध्यम से आरोपी दुकानदार का नंबर निकालता था. फर्नीचर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान लेने के नाम पर गूगल पे के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने का झांसा देता. पेमेंट रिक्वेस्ट भेजकर दुकानदारों से ओटीपी पूछता.
ओटीपी की जानकारी होने पर दुकान संचालकों के खाते से पैसे उड़ा देता. साइबर एक्ट और धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को अदालत में पेश किया गया. अदालत के आदेश पर आरोपी को जेल भेज दिया गया है. बस्तर एसपी जिंतेंद्र सिंह मीणा ने ऑनलाइन ठगी के मामलों से बचने के लिए जागरूक होने की अपील की है.