Bastar News: बस्तर संभाग में 250 स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला, नक्सलियों के दहशत से बंद हैं 430 विद्यालय
Bastar Latest News: नक्सल प्रभावित बस्तर में बीते 15 सालों से बंद स्कूलों को खोलने का फैसला किया गया है. नक्सलियों की माैजूदगी की वजह से स्कूलों को बंद किया गया था.
Bastar Schools News: पिछले चार दशकों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे बस्तर में बीते 15 सालों से नक्सली दहशत की वजह से बंद स्कूलों को खोलने की कवायद प्रशासन ने शुरू कर दी है और इस नए सत्र में लगभग 250 स्कूले खोले जाएंगे. ये सभी स्कूल बस्तर संभाग के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में है जहां नक्सलियों की मौजूदगी की वजह से पूरी तरह से स्कूली शिक्षा ठप पड़ी थी, लेकिन पिछले कुछ सालों से बस्तर पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सली संगठन कमजोर होने के साथ ही यहां के बच्चों को शिक्षा देने सभी बंद स्कूले दोबारा खोली जा रही है.
हालांकि शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और सुकमा में लगभग 430 स्कूले हैं जो बंद पड़ी है और इनमें से करीब 250 स्कूलों को इस सत्र से खोला जा रहा है, जिसको लेकर बच्चो के साथ साथ स्थानीय ग्रामीणों में भी काफी खुशी है.
संभाग के 4 जिलों में खुलेंगे बंद पड़े 250 स्कूल
छत्तीसगढ़ में बस्तर शिक्षा के क्षेत्र में लगातार पिछड़ने का मुख्य कारण नक्सलवाद है, नक्सलवाद की वजह से पिछले 15 सालों से बस्तर संभाग के खासकर 4 जिलों में स्कूली शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है और वजह नक्सलियों द्वारा स्कूल भवन को तोड़ना और छोटे-छोटे बच्चों को बाल संगम के रूप में अपने दलम में शामिल करने से यह चारों जिले और खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी. लेकिन बीते कुछ सालों से अब लगातार इन इलाकों में दोबारा स्कूल भवन बनाए जाने के साथ बच्चों को स्कूली शिक्षा देने प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है.
हाल ही में सुकमा जिले में नए स्कूल भवन खुलने से बच्चों ने पारंपरिक नृत्य कर खुशी मनाई थी, और धीरे-धीरे लगातार बीजापुर, सुकमा के बंद पड़े स्कूलों को भी खोलने की कवायद शुरू की गई और अब शिक्षा विभाग ने इन चारों जिलों में बंद पड़े लगभग 430 स्कूलों में 250 स्कूलों को इस सत्र से खोलने की सारी तैयारियां पूरी कर ली है. बकायदा इस दौरान गांव के ग्रामीणों के बीच शाला प्रवेश उत्सव भी मनाया जाएगा, और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसी दिन औपचारिक घोषणा भी करेंगे.
फोर्स की सुरक्षा में होगा स्कूल भवनों का निर्माण
इधर राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित चारों जिलों के कलेक्टरों को अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर लेने को कहा है. शिक्षा विभाग ने पत्र जारी कर प्रवेश उत्सव मनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने की आदेश दिए हैं और इस कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन के अधिकारियों की भी मौजूदगी रखने की बात कही है, इधर संभाग के चारों जिलों के कलेक्टर ने 16 जून से खुल रहे स्कूलों में पहले ही दिन से पढ़ाई शुरू कर देने की बात कही है.
साथ ही इन बंद पड़े स्कूलों को दोबारा खोलने से शिक्षकों के भी पर्याप्त इंतजाम कर रखने की बात कही है. इसके अलावा जर्जर पड़े स्कूल भवनो की मरम्मत और नए स्कूल भवनों का निर्माण फोर्स के सुरक्षा के साए में कराने के निर्देश भी दिए हैं.
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