छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) में किसानों (Farmers) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले ही भारी बारिश (Heavy Rainfall) की वजह से फसलों का नुकसान उठा चुके किसानों को अब एक नई बीमारी (Disease) ने काफी परेशान कर दिया है. फसल में पोंगा (Ponga) लगने से पैदावार कम हो रही है. किसानों ने बताया कि बादल के अधिक गरजने (Thunder) से पोंगा का प्रकोप बढ़ता है और धान की बाली नहीं निकलती है. बारिश का मौसम अभी भी बने रहने से लगातार बिजली कड़क (Lightning Strike) रही है और पोंगा के प्रकोप से फसल काफी प्रभावित हो रही है. किसानों का कहना है कि पोंगा के प्रकोप से धान की बाली नहीं उगती है.
पोंगा ने किसानों की बढ़ाई मुसीबत
रोपा लगाए फसल में पोंगा का प्रकोप अधिक देखने की शिकायत किसान कह रहे हैं. इन दिनों धान की फसल गभोट अवस्था में है और बाली निकलने के दौरान ही पोंगा का प्रकोप दिखाई पड़ता है. किसानों का मानना है कि अधिक बारिश और बादल गरजने से पोंगा का प्रकोप बढ़ता है. बारिश होने के साथ बादल भी जमकर गरज रहे हैं और खेतों में पानी भी भरा हुआ है. धान की फसल में पोंगा ने किसानों की आमदनी को प्रभावित किया है.
बिजली कड़कने से लग रहा पोंगा
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि इन दिनों कुछ जगहों पर धान की फसल में पोंगा का होने की जानकारी मिल रही है. उन्होंने किसानों को सलाह जारी करते हुए कहा है कि बीमारी की रोकथाम के लिए फसल में नाइट्रोजन युक्त उर्वरक की मध्यम मात्रा को तीन हिस्से में बांटकर समय समय पर प्रयोग करना चाहिए. हालांकि कृषि वैज्ञानिकों के बताए गए उपाय से कई किसान अंजान हैं. कम फसल पैदा होने से किसानों की चिंता बढ़ी हुई है.