Rewarded Naxalites Surrender In Sukma: छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में लगातार जवानों को सफलता मिल रही है, एक तरफ जहां अलग-अलग मुठभेड़ों में हार्डकोर नक्सलियों को जवानों के द्वारा मार गिराया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ जवानों के खौफ से और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर लगातार बड़े नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं.

मंगलवार (16 जुलाई) को भी सुकमा जिले में भी 4 इनामी नक्सलियों ने सुकमा एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, इन सभी चार नक्सलियों पर कुल 20 लाख रुपए का इनाम घोषित था, सरेंडर नक्सलियों से पूछताछ के दौरान माओवादी संगठन को लेकर कई अहम जानकारी मिली है, सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने कहा कि फिलहाल सरेंडर नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 25 - 25 हजार  रुपए प्रोत्साहन राशि दी गई है, और जल्द ही पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली अन्य लाभ दी जाएगी.

सभी सरेंडर नक्सली गढ़चिरोली इलाके में लंबे समय से थे सक्रिय
सुकमा एसपी किरण चव्हाण  ने बताया कि सुकमा जिले को नक्सल मुक्त करने लगातार पुलिस के द्वारा एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है, और नक्सलियों के ठिकानों पर जवानों के द्वारा दबिश दी जा रही है, वहीं छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति का प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है, साथ ही नक्सल प्रभावित इलाक़ो में  नियद नेल्लानार योजना से लोगो को काफी सुविधा भी मिल रही है. जिससे प्रभावित होकर मंगलवार को 2 महिला और 2 पुरुष नक्सली ने सुकमा एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.

लाखों रुपये का इनाम था घोषित
सरेंडर नक्सली कैलाश उर्फ कवासी देवा माओवादी संगठन में PLGA कंपनी नंबर- 10 गढ़चिरौली जिले में सक्रिय था, और लंबे समय से  डिप्टी कमांडर के पद पर सक्रिय था और टॉवर हथियार धारित था, जिसका रेंज AK47 के बराबर है, कैलाश पर छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा 08 लाख रुपये का ईनाम घोषित था, वहीं महिला नक्सली सुक्की मड़कम दक्षिण बस्तर डिवीजन टेक्निकल टीम की ACM सदस्य के रूप में सक्रिय थी, जिस पर 5 लाख रुपये का ईनाम घोषित था.

कपड़ों के साथ दिए गए प्रोत्साहन राशि
इसके अलावा वंजाम हड़मा उर्फ सुनील नक्सलियो के  प्लाटून नंबर -30 का पीपीसीएम के पद पर पदस्थ था. जिस पर 5 लाख रुपये का ईनाम घोषित था, महिला नक्सली रव्वा देवे भामरागढ़ एरिया कमेटी की सदस्य के पद पर कार्यरत थी, जिस पर 02 लाख रुपये का इनाम घोषित था, सभी सरेंडर नक्सली सुकमा जिले के किस्टाराम और गादीरास थाना क्षेत्र के निवासी हैं, इन चारों नक्सली पर कुल 20 लाख रुपए का ईनाम घोषित था, इधर सभी सरेंडर नक्सलियो को कपड़े और 25-25 हजार रुपये का प्रोत्साहन राशि दिया गया है और जल्द ही पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधा उपलब्ध कराने की बात सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने कही है.

सरेंडर नक्सली इन बड़ी घटनाओं में थे शामिल
सरेंडर नक्सली मुख्य रूप से साल 2024 में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाके के  मुसपर्ची (महाराष्ट्र) में हुए  पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहे. इसके अलावा साल 2014 में ग्राम भमरागढ़ से ग्राम सुरजगढ़ (महाराष्ट्र) नक्सली  पार्टी डेरा बदली करने के दौरान पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की घटना में शामिल रहे. साल 2017 में ग्राम नईगुण्डा के घने जंगल में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में भी शामिल रह चुके है, इसके अलावा सुकमा, बीजापुर और कांकेर जिले में भी लंबे समय से सक्रिय रहे हैं, एसपी का कहना है कि सरेंडर नक्सलियों ने माओवादी संगठन को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं, आगामी दिनों में इन नक्सलियों से मिले जानकारी के आधार पर ऑपरेशन लॉन्च किया जाएगा.


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