Cyber Fraud In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बस्तर में बैंक का अधिकारी बनकर टेलिफोनिक फ्रॉड के माध्यम से 5 लाख 18 हजार रुपए ठगी करने वाले गिरोह को बस्तर पुलिस ने धर दबोचा है. दोनों आरोपी की गिरफ्तारी झारखंड के देवघर से पुलिस ने की है. आरोपियों ने अपने आपको बैंक का अधिकारी बताकर टेलीफोन के माध्यम से जगदलपुर के रहने वाले प्रार्थी नीलांबर साहू को KYC अपडेट के नाम पर अपने ठगी का शिकार बनाया था और उनके खाते से लगभग 5 लाख 18 हजार रुपए ठगी कर लिए. प्रार्थी के रिपोर्ट पर बस्तर पुलिस और साइबर सेल की टीम ने इन दोनों आरोपी को झारखंड से गिरफ्तार किया, साथ ही इनके पास से 9 मोबाइल फोंस, 6 एटीएम कार्ड, पासबुक के साथ अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करवाकर खाते से उड़ाए लाखों रुपये
जगदलपुर सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि शहर के नीलांबर साहू नाम के व्यक्ति को अपने आपको बैंक अधिकारी बताकर झारखंड के रहने वाले आरोपी करीम अंसारी ने फोन किया था, फोन करने के बाद उनका KYC अपडेट नहीं होने की बात कहते हुए मोबाइल फोन में एनीडेस्क नाम का एक ऐप डाउनलोड कराया, जैसे ही प्रार्थी ने इस ऐप को डाउनलोड किया, उसके बाद आरोपी ने इस ऐप के माध्यम से अकाउंट के सारे डिटेल अपने मोबाइल में ले लिए, और सीवीवी, पिनकोड नम्बर के साथ ही खाते में रखे 5 लाख 18 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए और इसके बाद अपने मोबाइल को बंद कर दिया. प्राथी ने इसकी शिकायत कोतवाली में की, जिसके बाद साइबर टीम की मदद से इस फ्रॉड कॉल की पतासाजी की गई.
पकड़े जाने पर दोनों ने कबूला जुर्म
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम को झारखंड के देवघर गांव रवाना किया गया, यहां पूछताछ करने पर करीम अंसारी और शकील अंसारी नाम के दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया. दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि इससे पहले भी इस तरह से कई लोगों को अपने ठगी का शिकार बना चुके हैं. हालांकि इन आरोपियों के द्वारा ठगी करने की और भी जानकारी ली जा रही है, फिलहाल आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है, वहीं बस्तर पुलिस के अधिकारियों ने इस तरह के फ्रॉड कॉल से बस्तरवासियों को बचने की अपील भी की है.