Bastar Free Rice: बस्तर में मार्च के बाद मुफ्त चावल का लाभ गरीबों को मिलेगा या नहीं? अधिकारी ने बताई ये बात
Bastar News: सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बस्तर जिले में लगभग 1 लाख 81 हजार गरीब परिवारों को मुफ्त चावल मिल रहा है. मार्च के बाद एक रुपए किलो की दर से भुगतान करना होगा.
Free Rice in Bastar: बस्तर जिले में भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत बीते 8 महीनों से गरीब परिवार मुफ्त चावल का लाभ उठा रहे हैं. जिले के लगभग 1 लाख 81 हजार परिवारों को मुफ्त चावल मिल रहा है. गरीब परिवारों को मुफ्त चावल का वितरण मार्च 2022 तक ही होगा. मार्च के बाद एक रुपए प्रति किलो चावल की दर से हितग्राहियों को भुगतान करना पड़ेगा.
कोरोना महामारी की वजह से गरीब परिवारों की आर्थिक तंगी को देखते हुए चावल मुफ्त देने का प्लान बनाया गया था. चावल के साथ राशन दुकानों में मिलने वाले अन्य फूड आइटम्स का हितग्राहियों को भुगतान करना होता है. 1 किलो शक्कर 17 रुपये, 2 किलो गुड़ 34 रुपये, 2 किलो देसी चना 10 रुपये और 2 लीटर केरोसिन 110 रुपये और नमक मुफ्त दिया जाता है.
8 महीनों से मिल रहा गरीबों को मुफ्त चावल
फूड ऑफिसर अजय यादव ने बताया कि बस्तर जिले में कुल 2 लाख 2 हजार राशनकार्डधारी हैं. राशनकार्ड धारकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत दी जाने वाली खाद्य सामग्री का लाभ मिल रहा है. सभी हितग्राहियों को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है. जिले में एपीएल कार्ड धारकों की संख्या 21825 है. एपीएल कार्ड धारकों को 10 रुपए प्रति किलो चावल दिया जाता है. बीपीएल के 1 लाख 81 हजार हितग्राहियों को मुफ्त चावल बीते 8 महीनों से दिया जा रहा है. जिले में कुल निशक्तजन के 56 परिवारों को मुफ्त चावल मिल रहा है. 625 निराश्रित हितग्राही भी चावल पूरी तरह से मुफ्त ले रहे हैं.
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मार्च के बाद देना होगा एक रुपए प्रति किलो
जिले में 4 हजार से अधिक सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकाने हैं. फूड ऑफिसर ने बताया कि फिलहाल बीपीएल कार्ड धारियों को मार्च महीने के अंत तक मुफ्त चावल का वितरण होगा और मार्च के बाद एक रुपए प्रति किलो की दर से 35 किलो चावल दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में धांधली रोकने के लिए हर राशन दुकानों में ऑनलाइन सिस्टम रखा गया है. सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों में चावल मुफ्त मिलने के साथ गुड़, चना, शक्कर और केरोसिन भी अलग-अलग दर पर दिया जाता है. नियम के मुताबिक महीने की 1 तारीख से लेकर 30 तारीख तक सभी हितग्राहियों के लिए राशन का विशेष ध्यान रखा जाता है.