Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में तीन युवकों ने बहादुरी की मिसाल पेश की है. उन्होंने युवती की जान बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी. युवकों के साहसिक कदम की सराहना करते हुए पुलिस ने धन्यवाद दिया है. युवती ने गुरुवार देर रात कुड़कानार में इंद्रावती नदी के नए पुल से छलांग लगा दी. इलाके से गुजर रहे बाइक सवार तीन युवाओं ने युवती के चीखने की आवाज सुनी. उन्होंने फोन पर कोतवाली थाना प्रभारी को युवती के नदी में कूदने की जानकारी दी और जान की परवाह किए बिना तीनों ने नदी में छलांग लगा दी.
घरेलू विवाद में युवती ने खुदकुशी का किया प्रयास
नदी के गहरे पानी से युवती को सुरक्षित बचा लिया गया. मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने तीनों को धन्यवाद देकर प्रोत्साहित किया. बता दें कि रास्ते से 8 बजे रात के बाद आवागमन बंद हो जाता है. ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से लोगों की कम आवाजाही होती है. नदी में कूदने की घटना के वक्त रास्ते से गुजर रहे तीन युवकों ने जान की परवाह नहीं करते हुए युवती को गहरे पानी से निकाल लिया. जगदलपुर कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि युवती पारिवारिक विवाद में खुदकुशी करने जा रही थी.
तीन युवकों ने नदी में छलांग लगाकर बचाई जान
कुड़कनार गांव के आसपास युवती रहती है. देर रात घर में विवाद होने के बाद इंद्रावती नदी के नये पुल से युवती ने छलांग लगा दी. सूरज नागे, चंदन ठाकुर और तुषार नागे तीन युवाओं ने बिना देरी किए पानी में डूबती युवती की जान बचा ली. युवती की खुदकुशी करने की कोशिश का पता लगाया जा रहा है. जान बचानेवाले तीनों युवाओं की बहादुरी की चर्चा बस्तर में हो रही है. एक साल पहले ट्रैफिक विभाग में आरक्षक रहे खिलेंद्र ठाकुर ने भी इंद्रावती नदी के पुल से छलांग लगाने वाली एक महिला की भी जान बचाई थी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खिलेंद्र ठाकुर को 26 जनवरी पर पुरस्कृत किया था. अब तीन युवाओं की बहादुरी की जमकर तारीफ की जा रही है.