Bastar Heatstroke: बस्तर में आसमान से बरस रही आग, लू के 40 से 50 मरीज रोजाना पहुंच रहे अस्पताल
Bastar News: छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा सभी कलेक्टर्स और स्वास्थ्य विभाग को लू और हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए हैं. बता दें बस्तर में भीषड़ गर्मी पड़ रही है.
Heatstroke In Bastar: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बाकि जिलों की तरह बस्तर (Bastar) संभाग में भी पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है. यहां पारा 40 से 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है. यहां भीषण गर्मी की वजह से कई लोग लू की चपेट में आ रहे हैं और ईलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं.
महारानी अस्पताल के सीएस और डिमरापाल अस्तपाल के अधीक्षक से मिली जानकारी के मुताबिक, हर रोज लू की चपेट में आकर 40 से 50 मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. लू से लोगों की तबीयत खराब होने से हीट स्ट्रोक और कोरोना का खतरा भी बढ़ गया है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य अमले को अलर्ट किया गया है.
2 से 3 दिनों से मौसम में आया बदलाव
छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा सभी कलेक्टर्स और स्वास्थ्य विभाग को लू और हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए हैं. वहीं मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक संभाग में सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर और कांकेर जिले में दिन में पारा 40 से 41 डिग्री तक पहुंच रहा है. हालांकि पिछले 2 से 3 दिनों से मौसम में आए बदलाव की वजह से देर शाम तेज हवा चलने के साथ झमाझम बारिश भी हो रही है. लेकिन सुबह होते ही एक बार फिर पारा चढ़ने से तेज धूप पड़ रही है.
लू की चपेट में आ रहे लोग
वहीं डॉक्टरों का कहना है कि दिन में पड़ रही तेज धूप और भीषण गर्मी से अधिकतर लोग लू की चपेट में आ रहे हैं. साथ ही हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ गया है. हर रोज सरकारी और निजी अस्पताल में 40 से 50 मरीज लू की चपेट में आने से इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. यही नहीं कई मरीजों में डिहाइड्रेशन की भी शिकायत मिल रही है. उन्होंने कहा कि ने लू से बचाव के लिए हमने मरीजों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और तेज धूप से बचने की सलाह दी है. इसके अलावा कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए कोरोना जांच टीम की भी तैनाती कर दी गई है. यहां कोरोना के वर्तमान में 17 एक्टिव मरीज हैं.
शासन ने दिए ये निर्देश
बता दें बढ़ती गर्मी की वजह से आम लोगों की परेशानी को देखते हुए राज्य शासन द्वारा प्रशासनिक स्तर पर सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. गर्मी और लू से बचाव के लिए राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही सभी कलेक्टरों को गर्मी के महीने में लू से बचाव के लिए पत्र लिखा गया है. इस पत्र में नगरीय प्रशासन और विकास विभाग को गर्मी के मौसम में पेयजल आपूर्ति की करने के साथ ही एनजीओ, लायंस क्लब, रोटरी क्लबों से पीने के पानी की व्यवस्था में आवश्यक सहयोग लेने को कहा है.
वहीं लू से बचाव के संबंध में जिला, तहसील और ग्राम पंचायत स्तर पर शिक्षकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, पंचायत सचिवों और कोटवारों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने को कहा गया है. इसके अलावा हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने के निर्देश राज्य शासन ने दिए हैं.