Heavy Rain in Bastar: बस्तर में दो दिनों की लगातार हुई मूसलाधार बारिश लोगों के लिए जानलेवा साबित हुई. कांकेर जिले के पखांजुर में पानी की वजह से घर ढह गया. हादसे में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई. जगदलपुर शहर में भी 48 घंटों के दौरान आज दूसरा बड़ा हादसा हुआ. बारिश से भरे सड़क को पार करते वक्त पानी में बहने के कारण एक 12 वर्षीय बच्ची की जान चली गई. सूचना पाकर मौके पर SDRF की टीम गोताखोरों की मदद से बच्ची के शव को ढूंढने का प्रयास कर रही है.
48 घंटों की मूसलाधार बारिश बनी जानलेवा
बताया जा रहा है कि हादसा आज सुबह उस वक्त हुआ जब तीन बच्चियां इंद्रावती नदी से लगे डोंगाघाट इलाके में सीसी सड़क को पार कर रही थीं और पानी के तेज बहाव में बह गईं. दो बच्चियां जैसे तैसे जान बचाने में सफल रहीं, लेकिन एक बच्ची पानी के तेज बहाव में बह गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और SDRF को सूचना दी. जगदलपुर SDM ओम प्रकाश वर्मा ने बताया कि मूसलाधार बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर हैं. इंद्रावती नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है.
नदी तट से लगे इलाकों में नहीं है व्यवस्था
डोंगाघाट गांव पूरी तरह नदी के पानी से जलमग्न हो चुका है और कुछ घर का संपर्क भी टूट गया है. लेकिन ग्रामीण जान जोखिम में डालकर चार फीट पानी में डूबे सड़क को पार कर रहे हैं. सुबह गांव की तीन बच्चियां भी सड़क को पार कर रही थीं और इस दौरान हादसा हो गया. फिलहाल SDRF की टीम बच्ची के शव को ढूंढने का प्रयास कर रही है और अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. बताया जा रहा है कि नदी तट से लगी निचली बस्तियों में सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है और ना ही जवानों को तैनात किया गया है. ऐसे में ग्रामीण उफनते नदी नाले पार करने को मजबूर हैं. घटना के बाद पूरे परिवार और गांव में शोक का माहौल है. आपको बता दें कि बस्तर में आफत की बारिश कहर बनकर टूटी है.