Bastar News: जगदलपुर में जापानी इंसेफेलाइटिस मरीज मिलने से मचा हड़कंप, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
Bastar News: बारिश के बाद बस्तर में मौसमी बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया. जगदलपुर में जापानी इंसेफेलाइटिस पीड़ित मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है.
Bastar News Today: छत्तीसगढ़ के बस्तर में बारिश के मौसम में मलेरिया और डेंगू के बाद अब जापानी इंसेफेलाइटिस जेई ने भी दस्तक दे दी है. जगदलपुर शहर में एक स्कूली बच्चे में जेई के लक्षण देखने को मिला है. धरमपुरा में एक 12 साल के बच्चे में जेई के लक्षण देखे गए.
जिसे बेहतर उपचार के लिए जगदलपुर के डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल उसका इलाज जारी है, बच्चों के साथ परिजनों का भी टेस्ट कराया गया है. इससे पहले यहां पर मलेरिया और डेंगू से पीड़ित एक-एक बच्चे की मौत हो चुकी है.
जगदलपुर में मिला जेई पीड़ित बच्चा
स्वास्थ्य विभाग ने जेई को लेकर भी अब सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. जानकारी के मुताबिक, जेई पीड़ित जगदलपुर शहर में एक बच्चा मिला है. जांच के बाद बच्चे में जापानी बुखार के लक्षण पाए गए हैं.
जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर सी. आर मैत्री ने बताया कि जगदलपुर के धरमपुरा में जेई से पॉजिटिव पहला बच्चा मिला है. उन्होंने बताया कि जेई खासकर बच्चों के लिए काफी घातक बीमारी है.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
जापानी इंसेफेलाइटिस मच्छर के काटने से होने वाला एक ऐसा दुर्लभ संक्रमण है, जो लगभग 2 लाख लोगों में से किसी एक व्यक्ति में पाया जाता है. यह एक तरह का दिमागी बुखार है जो वायरल संक्रमण की वजह से होता है.
जापानी बुखार से पीड़ित मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बस्तर में हाई अलर्ट जारी किया है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर डेंगू, मलेरिया के साथ जेई का परीक्षण भी किया जाएगा. जापानी बुखार ने एक बच्चे को अपनी चपेट में ले लिया.
फिलहाल बच्चे को डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है. डॉक्टरों की टीम ने बच्चे की जान खतरे से बाहर बताई है. एक बार फिर जापानी बुखार के बस्तर में पैर पसारने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
इससे बचने के क्या हैं उपाय?
जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर सी. आर मैत्री ने बताया कि जापानी बुखार से बचाव के लिए मच्छरों के लार्वा के पनपने वाली जगह की पहचान कर ठहरे हुए पानी में मिट्टी तेल का छिड़काव करना चाहिए, जिससे लार्वा मर जाए. इसके अलावा मच्छरदानी के अंदर सोने से इससे बचा जा सकता है.
डॉक्टर सी. आर मैत्री के मुताबिक, घर के आस-पास साफ सुथरा रखने और पीने के लिए शुद्ध पेयजल का उपयोग करने से भी इससे बचा जा सकता है. दिमागी बुखार के मरीज को दाएं या बांए करवट लेटाएं और तेज बुखार हो तो कपड़े को पानी में भिगोकर शरीर साफ करते रहना चाहिए.
बीजापुर में मलेरिया से दो की मौत
खास बात यह है कि बारिश में बस्तर संभाग में लगातार मौसमी बीमारी के चपेट में लोग आ रहे हैं. बीजापुर जिले में हाल ही में मलेरिया से दो छात्राओं की मौत हो गई है, जबकि 1300 से ज्यादा लोग डायरिया से पीड़ित हैं.
अब जापानी बुखार ने भी दस्तक दे दिया है. हालांकि राहत वाली बात यह है कि जगदलपुर शहर में जापानी इंसेफेलाइटिस से केवल एक ही मरीज मिलने की पुष्टि हुई है. जिसे देखते हुए प्रशासन अलर्ट जारी किया है.
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