Bastar News: बस्तर में मालगाड़ी हुई बेपटरी, माओवादी घटना की आशंका; दंतेवाड़ा तक पैसेंजर ट्रेन चलाने का लिया गया फैसला
Bastar: दंतेवाड़ा और कमालूर-भांसी स्टेशन के बीच मालगाड़ी पटरी से उतर गई. इस घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ बताया जा रहा था.
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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में मौजूद एकमात्र के.के रेलमार्ग में सोमवार को बड़ी दुर्घटना घटी है. यहां डिब्बों की जंबो रैक मालगाड़ी की दो वैगन पटरी से उतर गई. बताया जा रहा है कि यह हादसा उस वक्त हुआ जब मालगाड़ी किरंदुल एनएमडीसी आयरन ओर प्लांट से लौह अयस्क भरकर विशाखापट्टनम के लिए निकली थी.
इसी दौरान दंतेवाड़ा और कमालूर-भांसी स्टेशन के बीच मालगाड़ी डी रेल हो गई. सोमवार देर शाम हुई इस घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ बताया जा रहा था. आशंका जताई जा रही थी कि नक्सलियों द्वारा पटरी से फिश प्लेट उखाड़ी गई, लेकिन जांच के बाद रेलवे के अधिकारियों ने इस हादसे की वजह को तकनीकी खामी बताया है. साथ ही जांच करने की बात कही है.
मार्ग को बहाल किया गया
वहीं घटना के तुरंत बाद ही मौके पर रेल विभाग की टेक्निकल टीम पहुंची और बाधित रेल मार्ग की मरम्मत कर उसको बहाल करने में जुट गए . मंगलवार दोपहर तक मार्ग को बहाल कर लिया गया है. हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से पैसेंजर ट्रेनों को किरंदुल तक नहीं चलाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही रेल प्रशासन ने विशाखापट्टनम से दंतेवाड़ा तक ही पैसेंजर ट्रेन को चलाने का फैसला लिया है.
वॉल्टेयर रेल मंडल से मिली जानकारी के मुताबिक हादसा सोमवार देर शाम तब हुआ जब लौह अयस्क से भरी 116 डिब्बो की जंबो रैक मालगाड़ी किरंदुल से विशाखापट्टनम के लिए निकली थी और कमालूर- भांसी स्टेशन के पास मालगाड़ी की दो वैगन पटरी से उतर गई.
हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं
हालांकि पहले इस घटना के पीछे माओवादी घटना की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन मौके पर पहुंची रेलवे की टेक्निकल टीम ने इस हादसे का कारण तकनीकी खामी बताया है. इसके बाद तुरंत कर्मचारी मरम्मत कार्य में लग गए.
रेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन लौह अयस्क से भरी वैगन पटरी से उतर गई. फिलहाल मंगलवार दोपहर तक इस मार्ग को पूरी तरह से बहाल कर लिया गया है. लेकिन किरंदुल विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर नक्सली दहशत के चलते सभी यात्री ट्रेनों को सिर्फ दंतेवाड़ा से विशाखापट्टनम तक चलाने का फैसला लिया गया है.
वहीं 18 अप्रैल तक सभी यात्री ट्रेनें दंतेवाड़ा से किरंदुल स्टेशन के लिए निलंबित की गई हैं. अगला आदेश मिलने के बाद दंतेवाड़ा से किरंदुल तक पैसेंजर ट्रेन चलाई जाएगी. फिलहाल एक बार फिर से इस रेल मार्ग पर लौह अयस्क परिवहन का काम शुरू कर दिया गया है. वहीं डीरेल हुई घटना की जांच भी की जा रही है.
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