Bastar Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट मे पहले चरण में 19 अप्रैल को चुनाव होगा, नक्सल प्रभावित बस्तर में मतदान को कई मायनों में खास बनाने के लिए जिला निर्वाचन आयोग ने अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली है, ऐसा पहली बार होगा जब जगदलपुर शहर के सभी मतदान केंद्रों में महिला कर्मचारियों के द्वारा मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी.
जगदलपुर शहर के 101 मतदान केंद्रों के अलावा जिले के कुल 125 मतदान केंद्रों में शत प्रतिशत महिला अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा वोटिंग कराई जाएगी, दरअसल बस्तर जिले में जगदलपुर, चित्रकोट, बस्तर और नारायणपुर विधानसभा का आंशिक हिस्सा के कुल 760 मतदान केंद्र आते है, जगदलपुर शहर में 101 मतदान केंद्र ,बस्तर नगर पंचायत के 14 और जिले के सभी विकासखंड मुख्यालय के मतदान केंद्रों को संगवारी मतदान केंद्र बनाया जायेगा.
महिला कर्मचारियों के कंधों पर होगी 125 मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी
पिछले विधानसभा चुनाव में जिला निर्वाचन आयोग के द्वारा जिले के प्रत्येक विधानसभा में 5-5 संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए थे, जहां महिला अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा मतदान की प्रक्रिया संपन्न कराई गई थी. अब लोकसभा चुनाव में भी महिला कर्मचारियों के कंधों पर 125 मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी होगी, मतदान की प्रक्रिया समझाने के लिए इन महिला कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण देने की शुरुआत भी जगदलपुर में कर दी गई है.
महिला कर्मचारियों की लगाई जाएगी ड्यूटी
बस्तर लोकसभा के जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर विजय दयाराम ने बताया कि विधानसभा चुनाव में संगवारी मतदान केंद्रों में महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाने के साथ मतगणना में भी महिला कर्मचारियों के द्वारा ही वोटों की गिनती की गई थी, इन दोनों ही कार्यों में महिला कर्मचारियों ने अपने कार्य को लेकर बेहतरीन प्रदर्शन किया था, ऐसे में लोकसभा चुनाव में भी जिले के करीब 125 मतदान केंद्रों में महिला कर्मचारियों की ही ड्यूटी लगाई जा रही है और इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण देने का काम भी शुरू हो गया है.
कलेक्टर ने बताया कि ऐसा पहली बार होगा जब जगदलपुर शहर के 101 मतदान केंद्रों में महिला कर्मचारियों के द्वारा ही वोटिंग कराई जा रही है. इसके लिए महिला कर्मचारी भी काफी उत्साहित है.
मतदाताओं के लिए होगी सभी जरूरी सुविधा
जिला निर्वाचन अधिकारी विजय दयाराम का कहना है कि हालांकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से बस्तर जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में महिला कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाई जा रही है, इधर गर्मी के मौसम को देखते हुए सभी मतदान केंद्रों में मतदाताओं के लिए पेयजल, छांव के लिए टेंट और सभी जरूरी सुविधा मुहैया कराने की बात निर्वाचन अधिकारी ने कही है.
उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले तीन दशक में यह पहली बार हुआ है जब बस्तर जिले में मतदान केंद्रों तक मतदान कर्मियों को पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद नहीं ली जा रही है, हालांकि अन्य नक्सल प्रभावित जिले जिसमें दंतेवाड़ा, सुकमा बीजापुर और नारायणपुर शामिल है यहां मतदान कर्मियों को मतदान केंद्रों तक ले जाने के लिए पहुंच विहीन इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी.
ये भी पढ़ें: Narayanpur Naxal Attack: लोकसभा चुनाव से पहले नक्सलियों का उत्पात, नारायणपुर में चार ट्रक किए आग के हवाले