Chhattigarh News: हमेशा से अपने बयान को लेकर सुर्खियों में रहने वाले छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री और कोंटा के विधायक कवासी लखमा ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिससे मंत्री सुर्खियों में आ गए हैं. बरसात के कारण पूरा बस्तर संभाग बाढ़ की चपेट में है, ऐसे में बस्तर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा भी खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने बस्तर पहुंचे. मंत्री ने कहा है किBastar News: 'यहां जंगल बहुत है', भारी बारिश से आई बाढ़ पर मंत्री कवासी लखमा की दलील. इतना ही नहीं प्रभारी मंत्री ने कहा है कि यहां पर पतीले या हांडी में बैठकर उनफते नालों को पार करना ग्रामीणों की पुरानी परंपरा है.
मंत्री ने पुल बनाने की बात की
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मैंने खुद हांडी या पतीले में बैठकर नदी पार किया है और कई ग्रामीणों को पार भी करवाया है. मंत्री के विधानसभा क्षेत्र से ग्रामीणों द्वारा उफनते नालों को पार करने की तस्वीर वायरल हो रही है. इसे लेकर मंत्री लखमा ने कहा कि नक्सलवाद की वजह से इस इलाके में पुल-पुलिया का निर्माण नहीं हो सका है. उन्होंने आने वाले साल में इन गांवों में नए पुल का निर्माण करवाने की बात की.
मंत्री ने कही ये बातें
एक तरफ जहां भारी बारिश ने बस्तर संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों में तबाही मचा रखा है. मजबूरन ग्रामीणों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित जगह जाना पड़ रहा है. पुल-पुलिया नहीं होने की वजह से नदी-नालों को पार करने के लिए बड़े गंजी पेड़ो को गिराकर उसका सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ राज्य के मंत्री कवासी लखमा ग्रामीणों के इस मजबूरी को बस्तर की परंपरा बता रहे हैं. इस क्षेत्र से 5 बार विधायक रहे कवासी लखमा ने कहा कि मैंने खुद इस तरह के उफनते नाले को गंजी और हांडी में बैठ कर पार किया है और कई ग्रामीणों को भी पार कराया है.
मंत्री को जानमाल के नुकसान की जानकारी नही
इस समस्या से खुद जूझने के बावजूद भी आज तक क्षेत्र का विकास नहीं हो सका है और ना ही ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा का लाभ मिल सका है, हालांकि मंत्री का कहना है कि आने वाले साल जरूर इन इलाकों में पुल पुलियों का निर्माण करा लिया जाएगा. जिस परेशानी को यहां के ग्रामीण झेल रहे हैं और अपने छोटे-छोटे मासूम बच्चों को गंजी में डालकर उफनते नालों को पार कर रहे हैं, उसे मंत्री बस्तर की महज एक परंपरा बता रहे हैं. मंत्री कवासी लखमा का कहना है कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और अब तक जान-माल के नुकसान होने की उनको जानकारी नहीं मिली है.
जबकि बीजापुर इलाके में दो लोगों की नदी में बह जाने से मौत हो गई है, जिसमें एक सीआरपीएफ का जवान भी शामिल है. वहीं कई ग्रामीणों के घर भी बारिश में तबाह हो चुके हैं.