Bastar News: थानों में लौटे बस्तर के सहायक आरक्षक, आश्वासन के बाद देर रात आंदोलन खत्म करने का किया एलान
Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में सहायक आरक्षकों ने आंदोलन गुरुवार देर रात खत्म कर दिया है. जवान एक बार फिर से अपनी ड्यूटी पर थानों में वापस आ गए हैं.
Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में सहायक आरक्षकों ने आंदोलन गुरुवार देर रात खत्म कर दिया है. नक्सल मोर्चे पर तैनात सहायक आरक्षक पदोन्नति और परिजनों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में कार्यवाही की मांग को लेकर 2 दिनों से धरने पर बैठे थे. उन्होंने ऐलान किया था कि मांगें पूरी होने तक धरने पर बैठे रहेंगे. इस पूरे घटनाक्रम के बीच रायपुर में जारी आंदोलन को सहायक आरक्षकों के परिजनों ने इस वादे के साथ खत्म कर दिया था कि सरकार की गठित की जा रही उच्चस्तरीय कमेटी मांगों को पूरा करने की दिशा में काम करेगी. कमेटी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को देगी और रिपोर्ट के आधार पर मांग पूरी की जाएगी.
सरकार से हुई प्रतिनिधमंडल की बातचीत
जानकारी के मुताबिक राजधानी रायपुर में परिजनों के प्रतिनिधिमंडल से सरकार की बातचीत. बातचीत में पुलिस परिवार से 1 महीने का समय हाईकमान ने मांगा. मांगों को पूरा करने की दिशा में काम करने का आश्वासन दिया गया. इधर देर रात आश्वासन मिलने के बाद जवान और परिजनों ने आंदोलन वापस ले लिया. हालांकि जवानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अब सरकार मांगों को नजरअंदाज करती है तो 1 महीने के बाद पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन किया जाएगा. जवानों से पुलिस अधिकारियों ने थानों में ड्यूटी जॉइन करने को कहा और आश्वासन दिया कि आगे अपडेट कर दिया जाएगा.
थानों में ड्यूटी पर लौटे सहायक आरक्षक
दरअसल पिछले 4 महीनों से सहायक आरक्षक के परिजन वेतन बढ़ाए जाने, उनको नियमित किए जाने और साप्ताहिक अवकाश और अनुकंपा नियुक्ति के साथ ही नियमितीकरण के अलावा अन्य सुविधा दिए जाने को लेकर आंदोलन पर थे. इस दौरान परिजनों ने राजधानी रायपुर में भी आंदोलन किया और मांगें पूरी नहीं होने तक डटे रहे. इधर बस्तर में भी सहायक आरक्षकों ने परिजन के आंदोलन के समर्थन में हथियार जिले के अलग-अलग थानों में जमा कर धरने पर बैठ गए. जिसके बाद हरकत में आई सरकार ने सहायक आरक्षकों के परिजनों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर एक महीने का समय मांगा और उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया. आश्वासन मिलने के बाद जवानों और उनके परिजनों ने आंदोलन खत्म कर दिया है और जवान एक बार फिर से अपनी ड्यूटी पर वापस आ गए हैं.