Durg News: छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में छत्तीसगढ़ की तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. आगामी चुनाव में बड़ी राजनीतिक पार्टियों की नजर इस बार छत्तीसगढ़ के सबसे महत्वपूर्ण बस्तर संभाग पर है जहां सभी 12 विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में कांग्रेस अपना कब्जा बरकरार रखने की कोशिशों में जुटा है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम 27 तारीख से पांच दिनों के लिए बस्तर मंथन पर रहेंगे. इधर बीजेपी पीएल पुनिया के बस्तर दौरे को लेकर कांग्रेस को घेरने में जुट गई है.
पीएल पुनिया का बस्तर दौरा, बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
27 अक्टूबर से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पी एल पुनिया और मोहन मरकाम 5 दिनों के लिए बस्तर दौरे पर रहेंगे और बस्तर संभाग के सभी 12 विधानसभाओं में जाकर आगामी चुनाव को मद्देनजर वर्तमान स्थिति का जायजा लेंगे. इधर पीएल पुनिया के दौरे को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर बड़ा प्रहार किया है. बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के बस्तर दौरे से पहले सरकार पर बड़ा हमला बोला है.
चंदेल ने कहा कि, बस्तर में कांग्रेस के खिलाफ माहौल है. बस्तर में जंगलराज चल रहा है. लोग बीमारी से पीड़ित हैं, लोगों के इलाज की व्यवस्था नहीं है. सरकार बस्तर के विकास और नक्सलियों के नाम पर केवल सफेद झूठ बोल रही है.
कांग्रेस सरकार में नक्सली कर रहे हैं वार्षिक बजट पेश
चंदेल ने आगे कहा कि बस्तर में नक्सलियों ने अपना वार्षिक बजट पेश किया है. जैसे कोई सरकार है उस तरह बजट पेश हो रहा है. नक्सली बता रहे हैं कि, सालभर में उन्होंने कितनी कमाई की और कितना खर्च किया. नक्सलवाद अगर कम होता तो नक्सली वार्षिक बजट पेश नहीं करते. बस्तर में नक्सलियों का हौसला बढ़ा हुआ है. नक्सलवाद तेजी से बढ़ रहा है. यही कारण है कि भूपेश सरकार में नक्सली अपना वार्षिक बजट पेश कर रहे हैं.
90 सीटों में से 70 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
छत्तीसगढ़ की वर्तमान 90 विधानसभा सीटों की बात की जाए तो 70 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस जीत को बरकरार रखने की कोशिश में रहेगी. लेकिन बीजेपी ने इस साल प्रदेश स्तर पर बड़े परिवर्तन किए हैं. बीजेपी भी कांग्रेस के इस बहुमत को तोड़ने में पूरी जद्दोजहद में जुट गई है. इन दिनों दोनों राजनीतिक पार्टियों के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है. लेकिन यह तो वक्त ही बताएगा कि छत्तीसगढ़ में अगली सरकार किस पार्टी की बनती है.
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