Bastar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) जिले में मगरमच्छ (Crocodile) का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. बरसात के मौसम में जिले के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मगरमच्छ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. मंगलवार देर शाम भी जिले के बड़ेपरोदा गांव (Badeparoda Village) में एक तालाब में मगरमच्छ देखे जाने के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों की मदद से एक बड़े मगरमच्छ को रेस्क्यू कर पकड़ा. इस मगरमच्छ की लंबाई 5 फीट बताई जा रही है.
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि समय रहते एक महिला ने तालाब में मगरमच्छ को देख लिया, वरना गांव में एक बड़ा हादसा हो सकता था, फिलहाल मगरमच्छ को पकड़ कर उसे सुरक्षित जगह छोड़ दिया गया है. वन विभाग के अधिकारी प्रकाश ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि बड़ेपरोदा गांव में कुछ दिनों से मगरमच्छ के घूमने की जानकरी ग्रामीणों के द्वारा उन्हें मिली थी. ग्रामीणों द्वारा कई बार इस मगरमच्छ को देखा गया, लेकिन मंगलवार शाम को एक महिला ने गांव के तालाब में इस मगरमच्छ को देखा, जिसके बाद इसकी सूचना विभाग को दी गई.
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मगरमच्छ को देखने के लिए जुटे आस-पास के गांवों के लोग
उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने लगभग 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ने में कामयाब हासिल की. अधिकारी ने बताया कि तालाब में ज्यादा पानी होने की वजह से पहले ग्रामीणों के सहयोग से पानी को खाली कराया गया, फिर पानी कम होने के बाद रेस्क्यू शुरू किया गया. लगभग 5 घंटे की मशक्कत करने के बाद मगरमच्छ को पकड़ा लिया गया. इस मगरमच्छ को देखने आस-पास के गांवों से आए सैकड़ों ग्रामीणों का हुजूम लग गया.
मगरमच्छ ने मवेशियों को पहुंचाया नुकसान
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया मगरमच्छ को सुरक्षित निकालकर चित्रकोट के निचले हिस्से में इंद्रावती नदी में छोड़ दिया गया. हालांकि, अभी भी जिले के कई ऐसे इलाके हैं, जहां मगरमच्छ लिखा गया है, लेकिन अब तक इनकी रेस्क्यू नहीं की जा सकी है, जिसको लेकर ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है. वहीं ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक इन मगरमच्छों ने उनके मवेशियों को भी नुकसान पहुंचाया है.