Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में 1 दिसंबर से धान खरीदी की शुरुआत होने वाली है और इससे पहले ही बस्तर में बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं. आज जिले की करपावण्ड पुलिस ने बस्तर से लगे उड़ीसा के दो बिचौलियों को धर दबोचा है और उनके पास से एक ट्रैक्टर में रखी 60 बोरी धान जब्त किया है. दोनों ही बिचौलिए उड़ीसा के धान को करपावण्ड धान उपार्जन केंद्र में खपाने के लिए ले जा रहे थे. लेकिन पुलिस के लगाए गए मोबाइल चेक पोस्ट नाका में जांच के दौरान धर दबोचे गए. दरअसल छत्तीसगढ़ में हर साल 1 दिसंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी के दौरान बस्तर जिले से लगे उड़ीसा के धान को बिचौलिए उपार्जन केंद्रों में खपाने की कोशिश करते हैं.


इसके लिए उपार्जन केंद्र के मैनेजर से सांठगांठ की जाती है. बिचौलिए और कर्मचारियों की मिलीगभत के नतीजे में शासन को लाखों रुपए का नुकसान होता है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आदेश के बाद जिले के एसपी, कलेक्टर और प्रशासन की टीम ने अवैध धान को उपार्जन केंद्रों में खपाने से रोकने के लिए विशेष तैयारी की है. जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में पुलिस बल के जवानों को तैनात करने के साथ ही सीमावर्ती इलाकों में पुलिस की जांच टीम भी लगाई गयी है और 24 घंटे पुलिस बल को अलर्ट किया गया है.




करपावण्ड के पुलिस एसडीओपी हेमसागर सिदार ने बताया कि दोनों बिचौलिए उड़ीसा के नवरंगपुर निवासी हैं और ट्रैक्टर में लगभग 60 बोरी धान उड़ीसा और छत्तीसगढ़ सीमावर्ती रास्ते से करपावण्ड उपार्जन केंद्र में खपाने की फिराक में थे, लेकिन जांच के दौरान पुलिस ने धर दबोचा और धान के साथ-साथ वाहन को भी जब्त कर लिया गया. गौरतलब है कि उड़ीसा की तुलना में छत्तीसगढ़ में धान का समर्थन मूल्य अधिक है. उपार्जन केंद्रों के मैनेजर उड़ीसा के बिचौलियों से सांठगांठ कर बड़ी मात्रा में धान को खपाने की फिराक में रहते हैं. इस तरह उनको अच्छी खासी कमाई भी होती है. फिलहाल जिले के एसपी और कलेक्टर इस बार सीमावर्ती इलाकों में जांच की व्यवस्था दुरुस्त रखने की बात कह रहे हैं. 


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