Bastar News: कोरोना की तीसरी लहर के बीच बस्तर में ऑक्सीजन संकट से निपटने की कैसी है तैयारी? जानिए
कोरोना की तीसरी लहर लोगों के लिए भयानक न हो इसको लेकर बस्तर में भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. सबसे बड़े अस्पताल में पौने दो करोड़ की लागत से सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम प्लांट बनाया गया है.
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Bastar News: प्रदेश में कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक के साथ ही अब तीसरी लहर का खतरा शुरू हो चुका है. दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर लोगों के लिए भयानक ना हो इसको लेकर बस्तर में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. दूसरी लहर में लोगों को सांस लेने के लिए ऑक्सीजन कई जगह कम पड़ गया था. उसी के मद्देनजर इस बार बस्तर संभाग के सबसे बड़े डिमरापाल मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में लगभग पौने दो करोड़ रुपए की लागत से सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम प्लांट का निर्माण किया गया है. प्लांट में हर दिन लगभग 175 सिलेंडर ऑक्सीजन का निर्माण किया जा सकेगा. इस प्लांट में प्राकृतिक हवा से ऑक्सीजन का निर्माण कर सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम के जरिए मरीजों तक पहुंचाया जाएगा.
अस्पताल में सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम शुरू
डिमरापाल अस्पताल के अधीक्षक टीकू सिन्हा का कहना है कि संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम शुरू होने के साथ ही इस प्लांट के माध्यम से हर दिन 175 सिलेंडर ऑक्सीजन निर्माण करने की क्षमता है. वैकल्पिक तौर पर 300 से अधिक बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी अस्पताल में की गई है. यही नहीं शहर से लगे कुरंदी ग्राम में ऑक्सीजन प्लांट भी तैयार कर लिया गया है. अस्पताल अधीक्षक का दावा है कि कोविड और इसके अलावा अन्य बीमारियों के मरीजों को ऑक्सीजन की कमी होने नहीं दी जाएगी. ओमिक्रोन के खतरे को भांपते हुए ऑक्सीजन की स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त व्यवस्था है और सेंट्रल ऑक्सीजन का लाभ भी मरीजों को मिल रहा है. अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि कोविड वार्ड में कुल 200 बेड की क्षमता है लेकिन आने वाले दिनों में कोरोना के खतरे को देखते हुए बेडो की संख्या और बढ़ाई जाएगी. फिलहाल डिमरापाल अस्पताल के साथ ही शहर के अन्य पांच जगहों पर कोविड वार्ड सुविधा है. साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर भी स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त संख्या में है.
कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर पूरे देश भर में हाहाकार मचा हुआ था. बस्तर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में संक्रमित मरीजों की बड़ी तादाद मिलने के बावजूद ऑक्सीजन की कमी महसूस नहीं हुई. लेकिन जिस तरह से देश में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है उसकी वजह से बस्तर के डीमरापाल अस्पताल और अन्य कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था पहले से ही दुरुस्त कर लेने की बात कही जा रही है. सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट भी डिमरापाल में स्थापित करने से मरीजों को तुरंत लाभ मिलने की बात स्वास्थ विभाग के अधिकारी और अस्पताल अधीक्षक टीकू सिन्हा ने कही है.
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