Bastar News: बस्तर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में दुकान आवंटन में धांधली का मामला, कलेक्टर ने जारी किया नोटिस
Bastar: बस्तर अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल परिसर में बनाए गए कांप्लेक्स को बिना किसी टेंडर के ही अपने खास लोगो को आवंटित कर दिया है. कलेक्टर ने अस्पताल अधीकक्ष को नोटिस जारी किया.
Chhattisgarh News: बस्तर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में प्रबंधन की मनमानी के मामले लगातार सामने आ रहे है. आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल परिसर में बनाए गए कांप्लेक्स को बिना किसी टेंडर के ही अपने खास लोगों को आवंटित कर दिया है. माना जा रहा है कि करीबी लोगों को निजी लाभ के मकसद से ऐसा किया गया है, जिसमें किराना स्टोर्स और कैंटीन संचालित हो रहा है. अस्पताल प्रबंधन के पास अपने चहेतों को दुकान उपलब्ध कराने के साथ ही इसके किराए का भी कोई हिसाब नहीं है. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर रजत बंसल ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं और अस्पताल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए लापरवाही पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है.
अस्पताल अधीक्षक को किया नोटिस जारी
इस मामले में सवाल उठ रहे हैं कि अस्पताल परिसर के अंदर निजी लोगों को किस तरह से इन दुकानों के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई और इसके लिए आखिर प्रक्रिया का पालन क्यों नहीं किया गया. बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि जब उन्होंने अस्पताल परिसर में बनी दुकानों की पूरी जानकारी निकाली तो पता चला कि बिना टेंडर निकाले ही इन दुकानों को अपने लोगों को संचालित करने के लिए दे दिया गया है. इसमें नियम के मुताबिक बकायदा टेंडर प्रक्रिया निकाला जाना था और टेंडर के माध्यम से ही इन दुकानों का आवंटन करना था. लेकिन प्रबंधन के द्वारा ऐसा नहीं किया गया है, जिसके लिए अस्पताल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है.
अस्पताल अधीक्षक ने ये कहा
अस्पताल अधीक्षक डॉ. टिकू सिन्हा का कहना है कि अस्पताल परिसर में जितनी भी दुकाने संचालित हो रही हैं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. अस्पताल अधीक्षक के अनुसार उनके चार्ज लेने से पहले ही सभी दुकानों को आवंटित कर दिया गया था. उन्हें ना किसी टेंडर प्रक्रिया की जानकारी है और ना ही यह सभी दुकाने की जो लोगों को दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह सभी दुकाने उनके कार्यकाल से पहले से ही संचालित हो रही है. इधर बस्तर कलेक्टर के नोटिस जारी करने के बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ. टिकू सिन्हा ने अब सभी दुकानों को खाली कराने की बात कही है.