Chhattisgarh: बस्तर में NMDC स्टील प्लांट प्रबंधन के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा, दी ये चेतावनी
Chhattisgarh News: महिलाओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तब तक वह आंदोलन करते रहेंगे. लंबे समय से एनएमडीसी प्लांट प्रबंधन उन्हें नौकरी से वंचित कर रहा है.
Bastar News: बस्तर के नगरनार में निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट (NMDC Steel Plant ) प्रबंधन के द्वारा भू-प्रभावित महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है. प्लांट में नौकरी नहीं दिये जाने के मामले में एक बार फिर प्रभावित महिलाएं एनएमडीसी के खिलाफ आंदोलन की राह में हैं. एनएमडीसी स्टील प्लांट के सभी भू प्रभावित महिलाओं ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठने का मन बना लिया है.
महिलाओं ने कहा- डटे रहेंगे आंदोलन पर
महिलाओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तब तक वह आंदोलन करते रहेंगे. लंबे समय से एनएमडीसी प्लांट प्रबंधन महिलाए और पुरुषों में भेदभाव करते हुए उन्हें नौकरी से वंचित कर रहा है. इस वजह से उनके परिवार वालों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है. जमीन अधिग्रहण से पहले जिन घरों में युवा नहीं हैं, ऐसे घरों की महिलाओं को एनएमडीसी प्रबंधन की ओर से प्लांट में नौकरी देने की बात कही गई थी. लेकिन, अब प्लांट लगभग बनकर तैयार हो चुका है. लेकिन, महिलाओं को इस प्लांट में नौकरी के लिए प्राथमिकता नहीं दी जा रही है. बल्कि, बाहरी राज्यों से आकर लोग यहां नौकरी कर रहे हैं. भू प्रभावित महिलाओं ने अपने आंदोलन को लेकर बताया कि एनएमडीसी स्टील प्लांट प्रबंधन ने प्लांट की स्थापना के लिए नगरनार में स्थानीय ग्रामीणो की जमीन अधिग्रहण की थी.
प्रबंधन ने वादा किया था कि जिन घरों में कोई पुरुष या युवा नहीं है, उन घरों की महिलाओं को प्लांट में नौकरी दिया जाएगा. नगरनार में 90 से ज्यादा महिलाएं हैं, जो प्लांट में नौकरी पाने की प्राथमिकता रखती हैं. सभी ने अपनी मांगों को लेकर राज्य महिला आयोग में एनएमडीसी की इस वादाखिलाफी को लेकर आवाज भी उठाई. इसके बाद महिला आयोग ने 71 महिलाओं को नौकरी देने के निर्देश एनएमडीसी प्रबंधन को दिए थे. जिला प्रशासन ने भी सर्वे में त्रुटि की बात कहते हुए चार महिलाओं के लिए अनुशंसा कर एनएमडीसी को पत्र लिखकर नौकरी देने को कहा था. लेकिन, एनएमडीसी प्रबंधन ने न ही महिला आयोग की बात मानी और न ही जिला प्रशासन की अनुशंसा को.
प्रबंधन ने साध लिया है मौन
अब इस मामले में भू प्रभावित महिलाओं ने एनएमडीसी के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोलते हुए अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर जाने की बात कही है. महिलाओं का कहना है कि अगर एनएमडीसी प्रबंधन उनकी मांग पूरी नहीं करता है तो आने वाले 1 से 2 दिनों में सभी भू प्रभावित महिलाएं आंदोलन करेंगे और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन में डटी रहेंगी. इधर, इस मामले को लेकर एनएमडीसी प्रबंधन मीडिया से बातचीत करने को लेकर बिल्कुल तैयार नहीं है. अब तक प्रबंधन की ओर से इस हड़ताल को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है.
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