Bastar Dussehra Event: विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व की शुरुआत हो चुकी है. यहां रोज शहर के दंतेश्वरी मंदिर परिसर में फूल रथ की परिक्रमा के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से शाम के वक्त लगातार हो रही बारिश इस तरह के आयोजनों में बाधा डाल रही है. आलम यह है कि विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व में आधी अधूरी तैयारी से बारिश ने पूरी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. गुरुवार रात को भी दंतेश्वरी मंदिर के परिसर में स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था, लेकिन इस दौरान हुई मूसलाधार बारिश ने इस कार्यक्रम में बाधा डाल दिया. 


तिरपाल के नीचे बैठ रहे अधिकारी


हालांकि इस दौरान कार्यक्रम जारी रहा और इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए बस्तर के आईजी,  कमिश्नर, बस्तर कलेक्टर और बस्तर एसपी भारी बारिश की वजह से तिरपाल के नीचे बैठकर इस पूरे आयोजन को देखते रहे. इस दौरान इस कार्यक्रम के दर्शक तो बारिश की वजह से उठकर चले गए, लेकिन मुख्य अतिथि और जिले के सभी बड़े अधिकारी बकायदा तिरपाल के नीचे इस आयोजन का लुत्फ उठाते दिखे. हालांकि बाद में आदिवासी विकास विभाग के बदइंतजामी को लेकर कलेक्टर ने अधिकारी को फटकार भी लगाई. इस बारिश ने इतने बड़े आयोजन के तैयारी की पूरी पोल खोल कर रख दी.


आदिवासी विकास विभाग की दिखी लापरवाही


दरअसल बस्तर दशहरा के दौरान 9 दिनों तक दंतेश्वरी मंदिर और पूरे परिसर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है. इस जगह नवरात्रि के 9 दिन सैकड़ों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है और यहां पर  सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी कराया जाता है. बस्तर में पिछले कुछ दिनों से शाम के वक्त लगातार हो रही बारिश की वजह से रथ परिक्रमा और सांस्कृतिक आयोजनों को बारिश ने फीका कर दिया. बारिश ने इतने बड़े आयोजन की पोल खोलकर भी रख दी. 


हर रोज बारिश होने के बावजूद वाटरप्रूफ तिरपाल की व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके चलते गुरुवार देर रात को एक वाकया सामने आया. जिसमें बस्तर संभाग के बड़े अधिकारी आईजी, बस्तर कमिश्नर के साथ जिले के एसपी और कलेक्टर भी बारिश से तिरपाल के नीचे छिपकर सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखते रहे. हालांकि बारिश की वजह से कार्यक्रम का मंच तो नहीं गिरा, लेकिन आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों ने दर्शकों के लिए टेंट की व्यवस्था नहीं की. इस वजह से बारिश से बचने तिरपाल के नीचे संभाग के सभी बड़े अधिकारी बैठकर इस कार्यक्रम को देखा. 


इधर लगातार शाम को हो रहे बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने सभी आयोजन स्थलों पर व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा है. साथ ही वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था करने की बात कही. इधर पहले से तैयारी नहीं करने के चलते इस तरह के बाधाओं का सामना खुद सरकारी विभाग के सबसे बड़े अधिकारियों को करना पड़ा.


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