Rail Andolan in Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर में रेल सुविधाओं की मांग को लेकर लगातार बस्तरवासी आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन के तहत चल रही 170 किमी की पदयात्रा के आठवें दिन पदयात्रियों का दल बस्तर जिले में प्रवेश कर गया है. बस्तर में रेल सेवाओं और रेल लाइन के विस्तार की मांग करते हुए बस्तर के सामाजिक संगठनों ने अंतागढ़ से पदयात्रा की शुरुआत 3 अप्रैल से की थी. अंतागढ़ से जगदलपुर तक 170 किलोमीटर की पदयात्रा 12 अप्रैल को जगदलपुर शहर में समाप्त होगी. इस मौके पर शहर में बड़ा कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है. कार्यक्रम में बस्तर के विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठन के लोग भी मौजूद रहेंगे.


बस्तर में 140 किमी रेल परियोजना का काम अटका


बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने बताया कि  बस्तर के रेल आंदोलन को अब तक बस्तर परिवहन संघ, किसान संघ, रॉटरी क्लब सहित 73 समाजिक संगठनों ने समर्थन दिया है. रावघाट से जगदलपुर तक लगभग 140 किमी रेल परियोजना का काम पिछले कई वर्षों से अटका पड़ा है. रायपुर से अंतागढ़ तक रेल लाइन बिछाने का काम पहले चरण में पूरा हो गया है. अंतागढ़ से जगदलपुर तक का काम पिछले 7 वर्षों से अब भी अटका हुआ है. रेल लाइन की विस्तार की मांग कई वर्षों से बस्तर के लोग करते आ रहे हैं.


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रेल आंदोलन को मिल रहा है कई संगठनों का साथ


पहली दफा है कि राजनीतिक संगठनों और सामाजिक संगठनों ने रावघाट रेल लाइन परियोजना को पूरा करने की मांग करते हुए जमीनी स्तर पर मोर्चा खोला है. बस्तरवासियों की पदयात्रा 12 अप्रैल को बस्तर पहुंचने के बाद बस्तर रेल आंदोलनकारी अपनी मांगों को लेकर रेलमंत्री और रेलवे के उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपेंगे और 2 महीने के इंतजार के बाद दूसरे चरण का आंदोलन शुरू किया जाएगा. रेल आंदोलन के सदस्यों का कहना है कि दूसरे चरण में आर्थिक नाकेबंदी सहित जरूरत पड़ने पररेल रोको अभियान भी चलाया जाएगा.


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