Bastar Religious Conversion: छत्तीसगढ़ के बस्तर में धर्मांतरण का मुद्दा गरमाया हुआ है. शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण अंचलों में शव दफन को लेकर लगातार हो रहे विवाद के बीच हिंसात्मक घटनाएं भी बढ़ रही है. जिसको लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ अब राज्य सरकार के लिए भी तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.


अपने एक दिवसीय प्रवास पर जगदलपुर पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी शव दफन को लेकर बढ़ते विवाद के बीच बयान दिया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बस्तर जैसे क्षेत्र के लिए धर्मांतरण एक बड़ी समस्या हो गई है. इस वजह से शव दफन को लेकर लगातार दो समुदाय के बीच विवाद की स्थिति बढ़ रही है. सीएम ने कहा कि धर्मांतरण रुकेगा तभी बस्तर में स्थिति सामान्य होगी और इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है.


पीसीसी अध्यक्ष ने किया पलटवार


दरअसल मुख्यमंत्री गुरुवार को एक दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे हुए है, जहां वे  बस्तर, चित्रकोट, जगदलपुर और नारायणपुर चार विधानसभा  में  लगभग 356 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी. साथ ही पीजी कॉलेज मैदान में आम सभा को संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने बस्तर में धर्मांतरण को लेकर यह बयान दिया है.


इधर मुख्यमंत्री के इस बयान पर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार किया है. दीपक बैज ने कहा कि शव दफन जैसे मामले में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेता बस्तर में लगातार विवाद करवा कर माहौल खराब कर रहे हैं. इस पर शासन प्रशासन भी बीच का रास्ता निकालने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है. धर्मान्तरण रुके इसके लिए सरकार को किसी ने नहीं रोका है. बस्तर में धर्मांतरण रोकने के लिए सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.


शव दफन को लेकर बढ़ रहा विवाद


दरअसल बस्तर जिले में ही बीते साल 2024 में शव दफन को लेकर हुए विवाद के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक चित्रकोट विधानसभा में 13 जगदलपुर विधानसभा के  अंतर्गत 5 और बस्तर विधानसभा के भी कई गांव में शव दफन को लेकर कई हिंसात्मक घटनाएं हो चुकी है और कई दिनों तक शवो का अंतिम संस्कार करने के अभाव में  घरों और मरचुरी में रखा गया है. बस्तर में इस गंभीर मामले को लेकर केवल कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर ही जारी है.