Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) में आदिवासी (Tribals) अंचलों में लगातार हो रहे धर्मांतरण (Conversion) जाने माने कथा वाचक संत नारायण महाराज (Sant Narayan Maharaj) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि कुछ लोग पैसों का प्रलोभन देकर भोले-भाले आदिवासियों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं. इसे रोकने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए.


अशिक्षा को बताया सबसे बड़ा कारण 
संत नारायण महाराज ने कहा कि धर्मांतरण का मुख्य कारण अशिक्षा है. ग्रामीण अंचलों में शिक्षा के अभाव से लोग कुछ लोगों के प्रलोभन और बातों में आकर धर्म परिवर्तन कर रहे हैं. ऐसे लोगों से हिंदू धर्म के लोगों को बचने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अंदरूनी इलाकों में अगर लोग शिक्षित होते तो कभी धर्म परिवर्तन नहीं करते. ऐसे में सरकार को चाहिए कि धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए शिक्षा के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करे और धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन देने वालों पर ठोस कदम उठाए. 


बेरोजगारी को भी बताया बड़ कारण 
दरअसल, महाशिवरात्रि के मौके पर कथावाचक संत नारायण महाराज पांच दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे हैं. कथावाचन के आखिरी दिन पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने बस्तर में धर्मांतरण को बड़ी समस्या बताया. संत नारायण महाराज ने कहा कि धर्म सभाओं में जनों का कम होना और भागवत कथा जैसे आयोजनों में कम लोगों के शामिल होने की वजह भी धर्मांतरण ही है. बस्तर में धर्मांतरण तेजी से हो रहा है. कुछ लोगों द्वारा पैसों का लालच देकर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. ऐसे लोग निर्धन और असहाय परिवारों को अपने धर्म में शामिल कर रहे हैं.


लोगों से की धर्मांतरण न करने की अपील 
संत नारायण महाराज ने कहा कि हिंदू धर्म के जागरूक लोगों को धर्मांतरण रोकने की जरूरत है. उन्होंने बस्तर के लोगों से अपील भी की है कि वह धर्म परिवर्तन न करें. जो भी हिंदू धर्म को छोड़कर ईसाई बने हैं, उनका यहां के जनप्रतिनिधि और शासन-प्रशासन घर वापसी कराए. संत नारायण महाराज ने यह भी कहा है कि शहरी क्षेत्र के मुकाबले बस्तर के अंदरूनी इलाकों में सरकार को स्कूल, कॉलेज खोलने चाहिए. ताकि, वंचित तबके को शिक्षा मिल सके और रोजगार भी उपलब्ध हो. शिक्षा और रोजगार नहीं होने के कारण लोग पैसों के लालच में धर्म परिवर्तन करा लेते हैं. उन्होंने कहा कि आगे जाकर हिंदू धर्म के लिए धर्मांतरण बहुत बड़ी समस्या हो सकती है. ऐसे में उन्होंने अपील की है कि लोग हिंदू धर्म को न छोड़ें और सनातन धर्म का पालन करें.


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