PDS Shops In Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) में पिछले कई दिनों से सरकार की पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) की दुकानों में सर्वर रोड़ा बना हुआ है, जिससे गरीब परिवारों को इस महीने समय पर राशन नहीं मिल पा रहा है, और उन्हें अनाज के लिए भटकना पड़ रहा है, दरअसल बस्तर जिले के सभी पीडीएस की दुकानों में ई पॉश मशीन से ऑनलाइन राशन का वितरण किया जा रहा है, लेकिन इसके सर्वर में पिछले कई दिनों से समस्या बनी हुई है, जिस वजह से शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों के पीडीएस दुकानों में राशन लेने के लिए लंबी कतार लगी हुई है और हर रोज सर्वर डाउन होने की बात सुनते हुए सभी हितग्राहियों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है, आलम यह है कि जिले के कई गरीब परिवारों के यहां खाने के लिए अनाज खत्म हो गए हैं, ऐसे में अब वे भी सरकार से ऑफलाइन राशन देने की मांग कर रहे हैं.


जिले के लाखों हितग्राहियों को हो रही समस्या


दरअसल सर्वर में आई समस्या की वजह से ई पॉश मशीन बस्तर के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी काम नहीं कर रही है, हालांकि पिछले कुछ दिनों में इसमें सुधार जरूर किया गया है लेकिन अभी भी सर्वर धीमी गति से चल रही है, ऐसे में एक हितग्राही को पीड़ित से राशन लेने के लिए करीब 20 मिनट का समय लग रहा है. सर्वर का समय भी निर्धारित कर दिया है, जिसमें सुबह 7 बजे से 1 बजे तक की पीडीएस की दुकानों में राशन दिया जा रहा है. बस्तर जिले में 500 से अधिक पीडीएस की दुकान संचालित हो रही है, जहां लाखों हितग्राहियों को  मुफ्त में राशन दिया जा रहा है, जिनमें अत्यधिक निर्धन परिवार भी शामिल है, लेकिन इस महीने ये भी राशन लेने से वंचित हो रहे हैं और सर्वर की वजह से उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है.


राशन विक्रेताओं का कहना है कि सर्वर डाउन  की समस्या पिछले 25 दिनों से बनी हुई है, इस वजह से जितने पीडीएस दुकानों में गरीबी रेखा कार्ड धारी हैं उन्हें राशन नहीं मिल पाया है, हालांकि उनके द्वारा कोशिश जरूर की जा रही है कि सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को राशन दिया जा सके, लेकिन सर्वर अत्यधिक डाउन होने के चलते सुबह से हितग्राही लंबी कतार लगने के बावजूद बिना राशन लिए वापस लौट रहे हैं, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.


वहीं जिले के खाद्य विभाग के अधिकारी अजय यादव का कहना है कि मेन लाइन से ही सर्वर डाउन की समस्या होने के चलते पीडीएस की दुकानों से राशन देने में दिक्कत जा रही है और समय पर हितग्राहियों को राशन नहीं मिल पा रहा है, उन्हें भी सूचना मिल रही है कि लंबी कतार लगने के बावजूद कई हितग्राही बिना राशन लिए ही वापस लौट रहे हैं, इसलिए शासन को पत्र लिखकर जल्द से जल्द सर्वर को सुधारने की भी मांग की जा रही है, फिलहाल ऑफलाइन राशन देने को लेकर अब तक किसी तरह के कोई आदेश स्थानीय प्रशासन को नहीं मिले है.


दरअसल सरकार के द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले कार्ड धारियों को पीडीएस की दुकानों से 35 किलो चावल और नमक मुफ्त दी जाती है ,इसके अलावा अंकुरित चना और शक्कर किफायती दाम में दी जाती है, इन हितग्राहियों में ऐसे भी ग्रामीण शामिल है जो पीडीएस के चावल पर ही निर्भर रहते हैं, ऐसे में उन्हें इतने दिनों से चावल नहीं मिलने की वजह से उन्हें दाने दाने के लिए मोहताज होना पड़ रहा है.


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