Bastar News: बस्तर में तैनात दो जवानों में दिखे मंकी पॉक्स के लक्षण, जगदलपुर डिमरापाल अस्पताल में भर्ती
बस्तर में तैनात दो जवानों में मंकी पॉक्स के लक्षण पाए गए हैं, हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात सीआईएसएफ के 2 जवानों में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने से हड़कंप मच गया है, इन दोनों जवानों को जगदलपुर डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने इलाज के दौरान पाया कि इनके शरीर पर मंकीपॉक्स के लक्षण जैसे चट्टेदार दाने उभरे हुए हैं, हालांकि डॉक्टर का कहना है कि इनके सैंपल की जांच के लिए पुणे भेजा गया है और वहां से 2 दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी, इसके बाद स्थिति साफ होगी कि जवान कौन सी बीमारी की चपेट में है, हालांकि अस्पताल प्रबंधन द्वारा वार्डो में भर्ती अन्य लोगो को फिलहाल दोनों जवानों से दूरी बनाए रखने को कहा गया है.
सैम्पल की जांच रिपोर्ट का है इतंजार
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार शाम को दंतेवाड़ा के बचेली में पदस्थ CISF के दो जवानो को भर्ती कराया गया है, डॉक्टरों ने इनकी जांच की तो शुरुआती लक्षण मंकी पॉक्स के दिखे जिसके बाद दोनों जवानों को अलग वार्ड में भर्ती किया गया और ट्रेवल हिस्ट्री पूछी गयी, इसके बाद एक जवान ने बताया कि वह कुछ ही दिन पहले दिल्ली से लौटा है, जबकि दूसरा जवान बचेली अपने पोस्टिंग जगह पर ही था, जवानों की हिस्ट्री निकालने के बाद मंकी पॉक्स की जांच शुरू की गई, और दोंनो जवानो के ब्लड सैम्पल पुणे भेजे गए जिसकी रिपोर्ट 2 दिन बाद आने की बात डॉक्टर नवीन दुल्हानी ने कही है, डॉ दुल्हानी ने बताया कि दानों में लिम्फोल्ड नही है, लेकिन लक्षण मंकी पॉक्स जैसे हैं.
सीने और पेट मे उभरे दाने
डॉक्टर नवीन दुल्हानी ने बताया कि अभी दोनों जवानों के पैर और तलवे में और हथेली पर दाने नहीं उभरे हैं, सीने और पेट में सबसे ज्यादा दाने मौजूद है, फिलहाल जांच के लिए सैम्पल पुणे भेजा गया है, और रिपोर्ट का इंतजार है, और रिपोर्ट के बाद ही स्थिति साफ होगी कि जवान कौन से बीमारी के चपेट में है, उन्होंने कहा कि मंकी पॉक्स का इलाज संभव है ऐसे में घबराने की जरूरत नही है लेकिन इस बीमारी से बचाव के लिए उपाय करना जरूरी है.
इसे भी पढ़ें: