Bastar News: बस्तर धूमने आने वाले पर्यटकों के लिए सौगात, जिला प्रशासन ने शुरू की ये पहल
Bastar Badal Library: बस्तर जिला प्रशासन 1500 से अधिक किताबों वाली बादल पुस्तकालय की शुरुआत की है. इन सभी पुस्तकों को बस्तर के ही प्रसिद्ध रचनाकारों और इतिहासकारों ने लिखा है.
Bastar Badal Library: छत्तीसगढ़ का बस्तर विकास की ओर अग्रसर है. लगातार बस्तर में शिक्षा, स्वास्थ्य और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से विकास के प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं बस्तर को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है. इसी कड़ी में अब बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक बस्तर के बारे में एक ही छत के नीचे सारी जानकारी ले सकें और पढ़ सकें, इसके लिए जिला प्रशासन ने बादल पुस्तकालय की शुरुआत की है.
बता दें कि इस पुस्तकालय में 1500 से अधिक ऐसे पुस्तके हैं जो विशेष तौर पर बस्तर के जनजाति, लोक कला, यहां की परंपरा, संस्कृति और यहां के प्रमुख क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित है. इन सारी पुस्तकों को बस्तर के ही प्रसिद्ध रचनाकारों और इतिहासकारों ने लिखा है और बकायदा बादल पुस्तकालय को निःशुल्क मुहैया कराया है. हर दिन बड़ी संख्या में लोग इस बादल पुस्तकालय में पहुंच रहे हैं और बस्तर की सारी जानकारियां इन पुस्तकों के माध्यम से ले रहे हैं.
1500 से अधिक पुस्तकों का है संग्रहण
दरसअल दूसरे राज्य और देश-विदेशों से बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक बस्तर की केवल प्राकृतिक सौंदर्य से ही अभिभूत होते थे, उन्हें बस्तर की परंपरा, आदिवासी कल्चर, रहन-सहन और यहां के व्यंजन और इतिहास के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती थी. अब इसे देखते हुए हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बादल संस्था के साथ पुस्तकालय की शुरुआत की और इस पुस्तकालय में जिला प्रशासन के द्वारा ऐसे पुस्तकें रखी गई हैं जो केवल बस्तर के जनजाति इतिहास यहां के साहित्यिक और आदिवासी परंपरा, लोकगीत, लोकनृत्य पर ही आधारित हैं. इस पुस्तकालय में 1500 से अधिक पुस्तकें हैं जो बस्तर के प्रसिद्ध लेखककार, रचनाकार के द्वारा लिखी गई हैं.
पाठकों ने बताया कि बस्तर के लेखककारों और रचनाकारों ने बस्तर की सारी जानकारी अपने पुस्तकों के माध्यम से कराया है और प्राय: देखा जा रहा था कि इन प्रसिद्ध रचनाकारों के द्वारा लिखी गई पुस्तकें पर्यटकों को मुहैया नहीं हो पाती थी और ना ही उन्हें बस्तर की जानकारी मिल पाती थी. ऐसे में अब पुस्तकालय के माध्यम से वे बस्तर के बारे में सारी जानकारी ले रहे हैं और लोगों को भी इस पुस्तकालय की जानकारी दे रहे हैं.
एक ही छत के नीचे बस्तर की सारी जानकारी
बादल पुस्तकालय के प्रभारी विजय सिंह ठाकुर का कहना है कि आने वाले दिनों में यहां कॉलेज के भी छात्र छात्राएं पुस्तकालय में पढ़ने आ सकेंगे और उनके लिए क्लास की सुविधा भी प्रशासन द्वारा की जा रही है. बस्तर के छात्र इन पुस्तकों के माध्यम से बस्तर की सारी जानकारियां और यहां की परंपरा संस्कृति को भली-भांति जान सकेंगे और शिक्षा भी ग्रहण कर सकेंगे. केवल छात्र ही नहीं बल्कि दूर-दराज से बस्तर घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह लाइब्रेरी बस्तर को जानने के लिए मील का पत्थर साबित होगी और पर्यटक बस्तर के सभी तरह के जानकारी एक ही छत के नीचे ले सकेंगे.
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