Chhattisgarh News: एशिया के 'सबसे बड़े' ट्रक यूनियन बस्तर परिवहन संघ का चुनाव संपन्न, इन प्रत्याशियों ने मारी बाजी
विधानसभा, लोकसभा और नगर निकाय चुनाव में इस बस्तर परिवहन संघ पर सभी जनप्रतिनिधियों की नजर रहती है. इसे बड़ा वोट बैंक माना जाता है. इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
Bastar Transport Union: एशिया के 'सबसे बड़े' ट्रक यूनियन बस्तर परिवहन संघ (Bastar Transport Union) का चुनाव संपन्न हो चुका है. देर रात आए चुनाव के नतीजों में अध्यक्ष पद के लिए प्रदीप पाठक (Pradeep Pathak) ने 156 मतों के अंतर से अमरजीत सिंह (Amarjit Singh) को हरा दिया. देर रात तक दोनों के बीच कांटे की टक्कर थी. आखिरी राउंड में आए नतीजे के बाद अपना पैनल के सभी प्रत्याशियों प्रतिद्वंदी एकता पैनल के सभी प्रत्याशियों को मात दे दी.
नतीजे आने के बाद रात भर बस्तर परिवहन संघ कार्यालय के बाहर जश्न का माहौल देखने को मिला. जमकर आतिशबाजी की गई. अब एक साल तक बस्तर परिवहन संघ के अध्यक्ष प्रदीप पाठक के जिम्मे में बीपीएस के करीब 2200 सदस्यों के चार हजार से भी अधिक ट्रकों के परिवहन की जिम्मेदारी रहेगी.
हर साल होता है चुनाव
दरअसल, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में मौजूद बस्तर परिवहन संघ एशिया का सबसे बड़ा ट्रक यूनियन है. इस यूनियन के जरिए करीब चार हजार लोगों का परिवार चलता है. इसी यूनियन के जरिए एनएमडीसी प्लांट का आयरन का परिवहन छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर और अन्य शहरों के साथ आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम तक होता है. हर साल बस्तर परिवहन संघ के संचालन के लिए चुनाव कराया जाता है. इसके तहत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव के साथ कुल सात पदों पर चुनाव होता है.
दो पैनलों के बीच थी कांटे की टक्कर
इस बार दो पैनलों के बीच कांटे की टक्कर थी. इसमें अपना पैनल के सभी प्रत्याशियों ने बाजी मार ली. इस पैनल ने परिवहन संघ का चुनाव जीत लिया. नई कार्यकारिणी में परिवहन संघ के अध्यक्ष प्रदीप पाठक, उपाध्यक्ष विनोद त्रिपाठी, उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह झज्ज, सचिव महेंद्र सिंह नयन, सह सचिव जिंतेंद्र यादव, सह सचिव कमलेश्वर कुमार साहू और कोषाध्यक्ष पपेंद्र पाल सिंह ने चुनाव जीता है.
लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा वोट बैंक
जानकारी हो कि विधानसभा, लोकसभा और नगर निकाय चुनाव में इस बस्तर परिवहन संघ पर सभी जनप्रतिनिधियों की नजर रहती है. इसे बड़ा वोट बैंक माना जाता है. इस साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले बस्तर परिवहन संघ का चुनाव संपन्न हो गया है. अब देखना होगा कि इस एशिया के सबसे बड़े ट्रक यूनियन के सदस्यों को और उनके परिवारों को बीजेपी, कांग्रेस या कोई अन्य राजनीतिक दल के नेता साध पाते हैं या नहीं. इधर, सोमवार को चुनाव जीत कर आई नई कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण होगा.
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