Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में बुधवार सुबह से ही घने बादल छाए रहने के साथ जमकर बारिश (Rain) हो रही है. बस्तर जिले के अलावा पूरे संभाग में बारिश का असर देखा जा रहा है. मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने पहले ही अनुमान लगाया था कि बुधवार को प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की और तेज बारिश हो सकती है. मॉनसून से पहले ही बरसात का क्षेत्र बढ़ता जा रहा है. फिलहाल छत्तीसगढ़ की सीमाओं से मानसून दूर है लेकिन द्रोणिका के असर से बस्तर संभाग में बारिश हो रही है.


क्या होती है द्रोणिका : बादलों की ही एक प्रकार की स्थिति को मौसम वैज्ञानिक द्रोणिका कहते हैं. इसमें बादलों के बीच ठंडी और गर्म हवा के आपस में मिलने से कम दबाव का एक क्षेत्र बन जाता है. उससे निकलने वाली पट्टी को द्रोणिका कहते हैं. इसके बनने से अचानक ही मौसम में बदलाव देखा जाता है.


बस्तर में हुई बारिश के पीछे इसी द्रोणिका का असर बताया जा रहा है. बस्तरवासियों दो महीनों के इंतजार के बाद तेज गर्मी और उमस से राहत मिली है. सुबह से ही बस्तर में बादल गरजने के साथ-साथ रिमझिम बारिश शुरू हो गयी थी. मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक पूरब-पश्चिम द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से मणिपुर में बनी हुई है और एक उत्तर दक्षिण द्रोणिका दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक बनी हुई है. इस द्रोणिका के प्रभाव से दक्षिण बस्तर में बारिश शुरू हुई.


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मौसम वैज्ञानिक ने क्या कहा?


मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बस्तर संभाग के अलावा बुधवार को प्रदेश के सरगुजा और बिलासपुर क्षेत्र में भी गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि कई जगहों पर आंधी चलने की भी संभावना है. बस्तर जिले के अलावा संभाग के अन्य जिलों जैसे कि दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव में भी घने बादल छाने के साथ रिमझिम बारिश ने लोगों को तेज गर्मी और उमस से फौरी राहत दी है.


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