Bastar News: बस्तर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही युवोदय और यूनिसेफ की टीम, बनाई अपनी अलग पहचान
Bastar: बस्तर में विकास को लेकर युवाओं में गजब का जुनून है. युवोदय की टीम नि:स्वार्थ भाव से ग्रामीणों की सेवा में लगी है. लोगों की मदद कर और महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाकर उसने अपनी अलग पहचान बनाई है.
Yuvodaya: छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थानीय प्रशासन के द्वारा बनाए गए युवोदय (युवाओं की टीम) ग्रामीण अंचलों में शासन की योजनाओं को पहुंचाने के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है. युवाओं की इस टीम को जिला प्रशासन ने युवोदय नाम दिया है.
जिसमें सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के युवा जुड़े हुए हैं जो ना केवल अंदरूनी गांव-गांव तक शासन की योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को बता रहे हैं बल्कि पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा, बस्तर की संस्कृति, पर्यटन, कृषि और वनोपज की पूरी जानकारी ग्रामीणों को बेहतर तरीके से दे रहे हैं. राज्य में केवल बस्तर में बनाई गई इन युवाओं की टीम युवोदय की पूरे प्रदेशभर में जमकर तारीफ हो रही है.
युवोदय के साथ यूनिसेफ भी कर रही काम
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि बस्तर में शासन की योजनाओं की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने में युवोदय की टीम मील का पत्थर साबित हो रही है. इस टीम में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र के युवाओं को जोड़ा गया है. बस्तर के विकास में युवोदय के साथ यूनिसेफ को भी जोड़ा गया है. बकायदा जिला प्रशासन ने इसके लिए एमओयू साइन किया है. कलेक्टर ने बताया कि युवोदय की टीम गठित करने के बाद बस्तर में मूलभूत सुविधाओं के विकास में काफी तेजी आई है.
स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, संस्कृति पर्यटन, खेलकूद, कृषि, वनोपज और डिजिटल जानकारी, सूचना तकनीक, जल स्वच्छता, पंचायती राज संस्थाएं और बाल संरक्षण सहित लिंग समानता के लिए युवोदय के वॉलेंटियर काम कर रहे हैं.
टीम में 500 से 600 युवा शामिल
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि युवोदय की टीम के सदस्यों को उम्र के आधार पर परिभाषित नहीं किया गया है बल्कि उनके जुनून को देखा गया है. ये युवा निःस्वार्थ भाव से बस्तर के विकास में अपनी योगदान दे रहे हैं. जिले में मौजूद सभी गांव के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजना की जानकारी मिले और उस गांव का विकास हो सके इसके लिए एक-एक युवा बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं.
इसकी शुरुआत कुछ युवाओं के साथ हुई थी लेकिन आज युवोदय की टीम में 500 से 600 युवा शामिल हैं जो गांव-गांव में और शहरी इलाकों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. गांव का एक भी व्यक्ति किसी योजना से वंचित ना हो इसके लिए जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं.
कोरोना में युवोदय ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
बस्तर के युवाओं का कहना है कि उन्हें युवोदय में जुड़कर काफी अच्छा लग रहा है. वे चाहते हैं कि बस्तर का विकास हो और बस्तर को पिछड़ा क्षेत्र ना कहा जाए. यहां के ग्रामीणों को शासन की हर योजनाओं की जानकारी और लाभ मिल सके और कुपोषण जैसी गंभीर बीमारी से बचने, गांव की स्वच्छता, पंचायती राज की जानकारी और शिक्षा के क्षेत्र में कोई ग्रामीण पीछे ना रह जाएं इसकी पूरी जानकारी उनके द्वारा दी जा रही है. कुछ युवाओं को गांव-गांव में खासकर पर्यटन स्थलों में देखभाल के लिए रोजगार भी मिल रहा है. युवाओं की इस टीम ने कोरोना में भी बढ़-चढ़कर काम किया था.
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