Bhanupratappur By-Election: छत्तीसगढ़ में ठंड के मौसम में भानुप्रतापपुर उपचुनाव का सियासी पारा गर्म है. विधायक मनोज मंडावी के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर 5 दिसंबर को मतदान होना है. इस चुनाव में 7 प्रत्याशी मैदान में है. राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और बीजेपी के अलावा सर्व आदिवासी समाज के चयनित प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरने से यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो रहा है. गुरुवार को भानुप्रतापपुर विधानसभा के चारामा ब्लॉक में कांग्रेस-बीजेपी और सर्व आदिवासी समाज के निर्दलीय प्रत्यशी ने अपने-अपने दिग्गज नेताओं के साथ रोड शो किया.


कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी के पक्ष में वोट करने की अपील को लेकर खुद प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल शामिल हुए. वहीं बीजेपी से प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव शामिल हुए. वहीं सर्व आदिवासी समाज भी रोड शो में पीछे नहीं रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम और आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुंजाम जैसे दिग्गज नेता समाज के रोड शो में शामिल हुए.


पहली बार समाज चुनाव में उतरी


चुनाव प्रचार को लेकर भानुप्रतापपुर में बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का जमवाड़ा लग गया. इस चुनाव को छत्तीसगढ़ में होने वाले 2023 के चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. सर्व आदिवासी समाज के लिए यह चुनाव वर्चस्व की लड़ाई हो गई है. सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक और आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कहा कि देश में पहली बार समाज चुनाव मैदान में उतरा है, इसका श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जाता है. उनकी वजह से ही समाज को उप चुनाव में उतरना पड़ा है.


चुनाव लड़ना समाज का काम नहीं है, लेकिन इसकी मुख्य 2 वजह हैं. जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों का अधिकार रहा है जिसे खत्म कर दिया गया. नौकरी पर आरक्षण का संवैधानिक व्यवस्था रहा है उसे खत्म कर दिया गया. हाई कोर्ट में ईमानदारी से लड़े नहीं और जानबूझकर के हार गए. अब नए पीढ़ी में नौकरी का खतरा बढ़ गया. समाज के पास कोई विकल्प नहीं रह गया इसलिए मजबूरी में समाज चुनाव लड़ रहा है. यह देश में पहली बार होगा जहां पूरा समाज एक होकर चुनाव लड़ रहा है.


सभी ने किया अपने-अपने जीत का दावा


रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि समाज का काम रोटी-बेटी का है, चुनाव लड़ने का नहीं. सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी सिर्फ वोट कटवा है, जीत तो कांग्रेस की हो रही है. भानुप्रतापपुर की जनता अभी तक मनोज मंडावी को ही अपना साथ और वोट देते आई है. इस उपचुनाव में भी भानुप्रतापपुर की जनता सावित्री मंडावी को भारी मतों से जीता कर विजय बनाएगी. आरोप-प्रत्यारोप के बीच भानुप्रतापपुर विधानसभा के मूलभूत मुद्दे गायब नजर आ रहे हैं.


वहीं बीजेपी प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम नाबालिग के साथ रेप करने के मामले में अभियुक्त हैं, जिसे कांग्रेस ने मुख्य मुद्दा बना लिया है. हालांकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने दावे के साथ कहा कि विधानसभा उपचुनाव बीजेपी जीत रही है. कांग्रेस ने जिस तरह से झूठ का पुलिंदा बांधा है और जबरन झारखंड सरकार से मिलकर ब्रह्मानंद नेताम को फंसाने की कोशिश की है, इसकी सच्चाई भानूप्रतापपुर की जनता जानती है. इसलिए जनता बीजेपी के ही साथ है.


वहीं कांग्रेस और बीजेपी के नेताओ के बीच नोंक-झोंक में निर्दलीय प्रत्याशी अकबर कोर्राम जिनका चुनावी चिन्ह एयर कंडीशनर है, उनका पारा गर्म दिखता नजर आ रहा है. सर्व आदिवासी समाज ने भी भानुप्रतापपुर उप चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. हालांकि इस त्रिकोणीय मुकाबले में जीत किसकी होगी उसका फैसला 8 दिसंबर हो जाएगा. फिलहाल बीजेपी कांग्रेस के साथ निर्दलीय और अन्य पार्टी के प्रत्याशी भी चुनाव प्रचार  और रोड शो में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं.


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