Bhanupratappur Bypoll Results: भानुप्रतापपुर उपचुनाव में सात उम्मीदवार मैदान में, एक नजर इन तीन अहम प्रत्याशियों पर
भानुप्रतापपुर उपचुनाव में मतगणना जारी है. भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए सात उम्मीदवार मैदान में हैं. शुरुआती रूझान में कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी आगे चल रही हैं.
भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर मतगणना जारी है. पांचवे राउंड की समाप्ति पर कांग्रेस प्रत्याशी 6980 मत से आगे हैं. अभी तक के प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस को 16133 वोट मिले हैं, वहीं बीजेपी को 7117 और सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी को 9153 वोट मिले हैं. यहां एक नजर डालें अब तक आंकड़ें पर.
कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी
छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने भानुप्रतापपुर के पूर्व विधायक दिवंगत मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को अपना प्रत्याशी बनाया है. सावत्री मंडावी द्वारा अपने सरकारी सेवा से इस्तीफा देने के बाद कयास लगाया जा रहा था कि कांग्रेस से उन्हें ही टिकट मिलेगा.
दिवंगत मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी धमतरी जिले के गवर्नमेंट कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर पदस्थ थीं, उनका गृह निवास चारामा विकासखंड के तेलगारा ग्राम में है, जबकि ससुराल नाथियानावा गांव में है, सावित्री मंडावी ने B.H.H.C किया है, और पिछले 33 सालों से सरकारी शिक्षा विभाग में सेवा दे रही थीं.
स्वर्गीय मनोज मंडावी के मृत्यु के बाद सावित्री मंडावी ही दावेदारी के लिस्ट में पहले पायदान पर थीं. कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया था कि मनोज मंडावी भानुप्रतापपुर विधानसभा इलाके में सक्रिय नेता के रूप में पहचाने जाते थे और ऐसे में उनकी पत्नी को टिकट दिए जाने से निश्चित तौर पर इस उपचुनाव में कांग्रेस की जीत होगी. साथ ही कांग्रेसियों ने यह भी कहा था कि भानुप्रतापपुर विधानसभा के लोगों की संवेदनाएं मनोज मंडावी के परिवार से है, ऐसे में सहनुभूति वोट भी उन्हें मिलेंगे.
बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मनंद नेताम
इस उपचुनाव में बीजेपी हाईकमान ने ब्रह्मनंद नेताम को टिकट दिया है. ब्रह्मानंद नेताम 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में जीतकर इस क्षेत्र के विधायक रह चुके हैं. साल 2005 से राजनीतिक जीवन की उन्होंने शुरुआत की और भानुप्रतापपुर के कसावाही गांव के सरपंच बने, जिसके बाद बीजेपी में चारामा मंडल के अध्यक्ष बने और 2008 के विधानसभा चुनाव में भानुप्रतापपुर से 15469 मतों से जीतकर विधायक बने. साल 2010 से 2013 तक बीजेपी राष्ट्रीय युवा मोर्चा के कार्यकारिणी सदस्य और बीजेपी मजदूर संगठन में राष्ट्रीय मंत्री रहे.
इसके अलावा वर्तमान में वे बीजेपी आदिवासी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर हैं. एक बार फिर से बीजेपी ने उन पर भरोसा जताते हुए ब्रह्मानंद नेताम को भानुप्रतापपुर उपचुनाव का प्रत्याशी चुना है. बीजेपी के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम आदिवासी गोंड जनजाति से हैं और भानुप्रतापपुर के विकासखंड चारामा के कसावाही गांव के रहने वाले हैं. ब्रह्मानंद नेताम ने दिवंगत कांग्रेस के मनोज मंडावी को साल 2008 के विधानसभा चुनाव में 15 हजार मतों से परास्त किया था और जिसके बाद लगातार बीजेपी में सक्रिय नेता के रूप में भी भानुप्रतापपुर विधानसभा में काम कर रहे हैं, बीजेपी की हुई बैठक में दिल्ली हाईकमान से ब्रह्मानंद नेताम के नाम पर मुहर लगाया और उन्हें टिकट दिया गया.
भानुप्रतापपुर विधानसभा में बीजेपी के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम की सक्रियता और अच्छी पकड़ से उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी और उनके बीच पहले ही कांटे की टक्कर का अनुमान लगाया जा रहा था. हालांकि चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान ब्रह्मानंद नेताम का पुराने मामले को खोला गया और झारखंड के जमशेदपुर के टेल्को थाने में सामूहिक दुष्कर्म के मामले में ब्रह्मानंदम को भी अभियुक्त बताया गया, इस बीच दो बार झारखंड पुलिस बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को गिरफ्तार करने भी पहुंची लेकिन सफल नहीं हो पायी और आखिरकार हाईकोर्ट में अर्जी लगाने के बाद उन्हें चुनाव लड़ने के साथ 16 जनवरी तक का समय ब्रह्मानंद नेताम को दिया गया.
बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ ही बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने चुनाव प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी.
सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी अकबर कोर्राम
सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी अकबर कोर्राम रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर हैं और समाज के वरिष्ठ नेता भी हैं. शुरुआत में पूरे भानुप्रतापपुर से सर्व आदिवासी समाज के अलग-अलग प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था, लेकिन नामांकन वापसी के दिन पूरे आदिवासी समाज ने अकबर कोर्राम को ही अपना प्रत्याशी चुना और चुनावी मैदान में खड़ा किया. अकबर कोर्राम के लिए पूरे समाज में चुनाव प्रचार प्रसार में अपनी ताकत झोंक दी, उनके लिए कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी नेता अरविंद नेताम, मनीष कुंजाम जैसे दिग्गजों ने चुनाव प्रचार किया. अकबर कोर्राम सर्व आदिवासी समाज में काफी सक्रिय रहे हैं और समाज उन्हें काफी पसंद भी करता है यही वजह है कि उन्हें समाज ने भानुप्रतापपुर उप चुनाव के लिए टिकट दिया था.
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