(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मनरेगा में तालाब गहरीकरण कार्य में फर्जी हाजिरी? मजदूरों में आक्रोश
Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के MCB जिले के सोनहत में मनरेगा योजना के तहत तालाब की गहराई बढ़ाने के काम में फर्जी नाम दर्ज कर धन का गबन किया जा रहा है. फर्जी हाजिरी मिलने पर भी कार्रवाई की जाएगी.
Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले के ग्राम पंचायत सोनहत में एक ओर जहां काम की तलाश में मनरेगा के मजदूर दर दर भटक रहे है. वही पर वास्तविक मजदूरों का हक मारकर फर्जी मास्टर रोल भरकर हजारों रुपये का फर्जीवाड़ा किये जाने से मजदूरों में आक्रोश बढ़ रहा है.
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सोनहत के यादव पारा में रामप्रसाद के घर के पास करीब 9 लाख रु की राशि से मनरेगा के तहत तालाब का गहरीकरण का कार्य चल रहा है. इस कार्य में कई दर्जनों ऐसे लोगों का मास्टर रोल में हाजरी भरा गया है जिनकी कार्य स्थल पर उपस्थिति ही नहीं रही.
17 फर्जी हाजरी को काटा गया
18 से 23 अप्रैल तक पहले सप्ताह के मास्टर रोल ऑफ लाइन करीब 25 से ज्यादा ऐसे मजदूरों का मास्टर रोल में हाजरी भरा गया जो काम पर उपस्थित ही नहीं रहे. जब इस बात की जानकारी मनरेगा के तकनीकी सहायक एवं अधिकारियों को हुई तो उन्होंने जांच कर एमआईएस में मास्टर रोल से 17 फर्जी हाजरी को काटा गया.
वहीं पर 24 से 30 अप्रैल के दूसरे सप्ताह के मास्टर रोल में भी कई ऐसे लोगो हाजरी भरे गए है जो कार्य करने गए ही नहीं. हालांकि मनरेगा के अधिकारी इसकी भी जांच कर फर्जी हाजिरी से नाम काटने की बात कह रहे है.
फर्जी तरीके से भरा जा रहा है हाजिरी
यादव पारा में मनरेगा के तहत गहरीकरण कार्य हो रहे इस तालाब में एक कार्य में 3 से 4 मेटो की जिम्मेदारी है. जिनकी एक एक हाजरी तो बनती है जबकि इनके परिवार के एक एक सदस्य जो कार्य पर उपस्थित नहीं होते उनकी भी मास्टर रोल में बकायदे हाजिरी भरा जा रहा है, जबकि नियमतः एक कार्य में एक मेट का ही कार्य का देखरेख का प्रावधान है. उसकी उसे एक मजदूरी मिलती है, लेकिन उक्त तालाब में 4 से 5 मेट का उनके परिवार के एक सदस्य का फर्जी तरीके से हाजरी भरा जा रहा है.
नहीं लगा कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड
तालाब गहरीकरण कार्य को प्रारंभ हुए दो सप्ताह हो गए लेकिन कार्य से संबंधित सूचना बोर्ड कार्यस्थल पर अब तक नहीं लगा है. इससे लोगों को कार्य के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रहा है.
लोकपाल द्वारा लगाया जा चुका है अर्थदंड
ग्राम पंचायत सोनहत में इसी तरह से पिछले साल उरांव पारा में एक तालाब गहरीकरण कार्य में कई लोगों के मास्टर रोल में फर्जी हाजरी लगाए गए था. जिसकी शिकायत पर लोकपाल द्वारा जांच की गई थी जो सही पाई गई थी. जिस पर लोकपाल ने पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक पर अर्थदंड लगाया था. उसके बाद भी फर्जी हाजरी का खेल थम नहीं रहा है. रोजगार सहायक द्वारा फोन भी रिसीव नहीं किया जाता है. जब जब उनसे इस संबंध में जानकारी लेने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
तकनीकी सहायक, रोजगार सहायक के बिना होता है कार्य
तालाब के गहरीकरण का कार्य मजदूर गोदी के हिसाब से कर रहे है, जहां वे सुबह 5 बजे कार्य स्थल पर पहुंचकर कार्य शुरू कर देते है. इस दौरान मेट के जिम्मे कार्य का देखरेख एवं मास्टर रोल में मजदूरों की उपस्थिति दर्शाई जाती है. रोजगार सहायक और तकनीकी सहायक नदारद रहते है वे कभी कभार कार्यस्थल पर जाकर मात्र खानापूर्ति करते है.
फर्जी हाजिरी लगाने पर होगी कार्रवाई
इस संबंध में मनरेगा के तकनीक सहायक सुरेश कुमार ने बताया की पिछले दिनों कार्यस्थल पर गया था. जहां 3 लोगों को मेरे द्वारा अनुपस्थित किया गया और संबंधित मेट को अब फर्जी हाजरी लगाने कार्यवाही किए जाने कहा गया है.
पहले सप्ताह फर्जी हाजिरी भरा गया था
इस संबंध में प्रतीक जायसवाल पीओ मनरेगा जनपद पंचायत सोनहत ने बताया कि पहले सप्ताह 17 लोगों का फर्जी हाजिरी भरा गया था. जिसे एमआईएस के लिए मास्टर रोल आया था उसे इंजिनियर के द्वारा काट दिया गया है. इस सप्ताह का मास्टर रोल जांच के बाद पता चलेगा कितना फर्जी हाजिरी भरा जा रहा है.
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