Bhilai Municipal Corporation Election: भिलाई नगर निगम में लगातार तीसरी बार कांग्रेस का कब्जा, नीरज पाल बने मेयर
Bhilai Nagar Nigam Election: भिलाई के वार्ड 60 से कांग्रेस पार्षद नीरज पाल महापौर, वार्ड 12 से पार्षद गिरवर बंटी साहू सभापति निर्वाचित हुए. प्रदेश के निगम चुनाव में चारों पर कांग्रेस का कब्जा हो गया.
Bhilai Nagar Nigam Election: नगरीय निकाय चुनाव के तहत हुए 4 नगर निगमों में कांग्रेस (Congress) का कब्जा हो गया है. भिलाई निगम (Bhilai Nagar Nigam) में महापौर और सभापति का चुनाव संपन्न हुआ. भिलाई के वार्ड 60 से कांग्रेस पार्षद नीरज पाल (Neeraj Pal) महापौर चुने गए. वहीं वार्ड 12 से पार्षद गिरवर बंटी साहू (Bunty Girwar Sahu) सभापति निर्वाचित हुए. इसके साथ ही प्रदेश के नगर निगम चुनाव (Nagar Nigam Election) में चारों नगर निगमों में कांग्रेस के महापौर और सभापति चुन लिए गए. महापौर के लिए कांग्रेस के नीरज पाल को 44, भाजपा के महेश वर्मा को 22 और निर्दलीय योगेश साहू को 4 वोट मिले. इसी प्रकार सभापति के लिए कांग्रेस के गिरवर बंटी साहू को 44, भाजपा के श्यामसुंदर राव को 22 और निर्दलीय अनीता अजय साहू को 4 मत प्राप्त हुए.
महापौर के चुनाव से पहले 70 पार्षदों ने ली शपथ
कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने सभी पार्षदों को शपथ दिलाई. इसके बाद तय समय पर महापौर और सभापति का चुनाव शुरू हुआ. नामांकन दाखिले के बाद मतदान की प्रक्रिया हुई. इधर भाजपा ने भी महापौर के लिए महेश वर्मा और सभापति के लिए श्याम सुंदर राव को मैदान में उतारा था. दूसरी ओर निर्दलीय पार्षद योगेश साहू ने महापौर और अनीता साहू ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया. जैसा की पहले से तय था कि भिलाई निगम में कांग्रेस के महापौर और सभापति बनेंगे और वैसा ही हुआ. भिलाई निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी के सबसे ज्यादा पार्षद चुनकर आए. 70 वार्डो में कांग्रेस के 37, भाजपा के 24, निर्दलीय 9 पार्षद निर्वाचित हुए.
कांग्रेस में खींचतान तो भाजपा में हुई क्रॉस वोटिंग
भिलाई नगर निगम के वार्ड 65 से कांग्रेस की पार्षद सुभद्रा सिंह भी महापौर की रेस में थीं. लेकिन अंतिम समय में उनका नाम रेस से बाहर कर दिया गया. सुभद्रा निगम से रोते हुए बाहर निकलीं और अपनी नाराजगी जाहिर की. उनका कहना था कि पार्टी में काम करने वालों की कद्र नहीं है. वहीं भिलाई नगर निगम के 24 वार्डो में भाजपा ने परचम लहराया था. लेकिन भाजपा के महापौर और सभापति की वोटिंग में 24 के बजाय महज दोनों को 22 मत मिले. जिससे जाहिर होता है कि भाजपा से दो पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की है.