Bhilai Latest News: भिलाई के रोहित पंडा छत्तीसगढ़ के एकमात्र छात्र हैं जिन्होंने आर्मेनिया के येरेवन शहर में आयोजित 33वें अंतर्राष्ट्रीय जीव विज्ञान ओलंपियाड (आईबीओ) में भारत का प्रतिनिधित्व किया. रोहित पंडा ने जीवविज्ञान विषय में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड में रजत पदक जीत कर भिलाई सहित पूरे देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. रोहित पंडा पूरे प्रदेश में इकलौते छात्र हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए जीवविज्ञान विषय में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड में भारत का प्रतिनिधित्व करने की मुकाम हासिल की थी. इस प्रतिभागियों को चार स्तर के कड़ी परीक्षाओं से गुजर कर पांचवे स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड क्वालीफाई करना होता है.


60 से अधिक देशों के छात्रों ने लिया था भाग


आपको बता दें कि होमी भाभा साइंस एजुकेशन सेंटर, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई द्वारा आयोजित बायोलॉजी ओलंपियाड के कठोर दौर को क्वालीफाई करने के बाद, उन्हें भारत के विभिन्न राज्यों के 3 अन्य छात्रों के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था.
रोहित ने होमी भाभा साइंस एजुकेशन सेंटर, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई में दो सप्ताह के प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, आर्मेनिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय जीव विज्ञान ओलंपियाड में भाग लिया जहां 60 से अधिक देशों के छात्रों ने अपनी भागीदारी दी इसके तहत प्रत्येक देश के सर्वश्रेष्ठ 4 प्रतिभागियों को ही इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भेजा जाता है.


पांचवें राउंड में सेलेक्ट हुए रोहित पंडा


जानकारी के मुताबिक होमी भाभा साइंस एजुकेशन सेंटर, टीआईएफआर, मुंबई द्वारा भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, खगोलशास्त्र, जूनियर साइंस और गणित शास्त्र में ओलंपियाड परीक्षा का आयोजन किया जाता है. इसके अंतर्गत भारत में चार स्तरों पर प्रतियोगिता आयोजित होती है. छात्र इन चार स्तरों को पार करने के बाद ही पांचवे स्तर के अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड में चयनित होते हैं. इन चार स्तरों से गुजरकर रोहित पंडा ने जीवविज्ञान के अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड में जाने की पात्रता हासिल की है.


दुनिया भर के प्रतिभागियों ने लिया था हिस्सा


इस दौरान प्रतिभागियों को कड़े परीक्षण के विभिन्न दौर से गुजरना होता है. इसके तहत नवीनतम सोच और तीव्र वैचारिक मंथन से गुजारा जाता है. यह कठिन परीक्षण दुनिया भर से सबसे अच्छे नवोदित जीवविज्ञानी चुनने के लिए एक लिटमस टेस्ट साबित होते हैं. इसमें प्रतिभागियों को कड़े मापदण्ड के तहत दो सैद्धांतिक पेपर और चार व्यावहारिक परीक्षाएं देनी होती है. इन कठोर टेस्ट से गुजरकर भिलाई के रोहित पंडा ने सिल्वर मेडल जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है.


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