बीजापुर में 16 हार्डकोर नक्सलियों ने किया सरेंडर, छत्तीसगढ़ सरकार ने की मुख्यधारा में लौटने की अपील
Bijapur Naxal Encounter: इनामी नक्सली PLGA बटालियन नंबर-1 का सदस्य अरुण कड़ती ने भी हथियार डाल दिया है, जिससे खूंखार नक्सली माड़वी हिड़मा के बटालियन को काफी बड़ा झटका लगा है.
Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में अप्रैल के आखिरी दिन माओवादी संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचा है. एक तरफ जहां नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में जवानों ने 10 माओवादियों को मार गिराया है तो वहीं बीजापुर जिले में 16 हार्डकोर नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है.
सरेंडर नक्सलियों में 8 लाख रुपये का इनामी नक्सली PLGA बटालियन नंबर -1 का सदस्य अरुण कड़ती ने भी हथियार डाल दिया है, जिससे खूंखार नक्सली माड़वी हिड़मा के बटालियन को काफी बड़ा झटका लगा है.
अरुण कड़ती के अलावा सरेंडर किये अन्य 15 नक्सलियों पर कुल 10 रुपये का लाख का इनाम घोषित था. यह सभी नक्सली बीजापुर में घटित हुई कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहे हैं. इनके सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है.
कुल 18 लाख रुपये के इनामी 16 नक्सलियों ने किया सरेंडर
दरअसल बीते 4 महीने से बस्तर पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते या तो नक्सली मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं या फिर बड़ी संख्या में गिरफ्तार किये जा रहे हैं और वही जवानों के जोश को देखते हुए मुख्यधारा में जुड़कर सरेंडर कर रहे हैं. अप्रैल माह का आखिरी दिन 30 अप्रैल बस्तर पुलिस के लिए उपलब्धियों से भरा रहा. एक तरफ जहां 10 माओवादियों को जवानों ने नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया.
मारे गए सभी लाखों रुपये के इनामी नक्सली हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजापुर में जिन 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है इन पर भी बस्तर पुलिस ने लाखों रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में PLGA बटालियन नम्बर-1 का सदस्य और खूंखार नक्सली कमांडर माड़वी हिड़मा का राइट हैंड 8 लाख रुपये का ईनामी नक्सली अरुण कड़ती ने भी सरेंडर कर दिया.
वहीं माटवाड़ा एलओएस कमांडर 5 लाख रुपये ईनामी रमेश उर्फ मुन्ना हेमला, प्रमोद ताती, सुदरु पुनेम, पायक़ी कारम, पायकु हेमला, लक्ष्मण उरसा, आयतु पुनेम, बुधराम पोटाम, बुधु ताती, लक्खू ताती, पोदिया कारम, रमेश पुनेम, सुखराम हेमला, सुक्कू लेकाम और सुक्कू ताती ने भी आत्मसमपर्ण कर दिया है.
सरेंडर किये यह सभी नक्सली कई बड़ी वारदातों में शामिल रहने के साथ में मुखबिरी के शक में ग्रामीणों की हत्या और टेकलगुड़ेम नक्सली हमले में शामिल रह चुके हैं. सरेंडर नक्सलियों ने बताया कि माओवादी संगठन में अब पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते बिखराव देखने को मिल रहा है. कई नक्सली आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सरेंडर कर रहे हैं और स्थानीय नक्सली बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा जिले में लगातार सरेंडर कर रहे हैं. इधर सरेंडर नक्सलियों ने कहा कि वह भी मुख्य धारा से जुड़कर सामान्य जिंदगी जीना चाहते हैं. शासकीय योजनाओ का लाभ लेना चाहते हैं. इस वजह से उन्होंने संगठन छोड़कर सरेंडर कर दिया.
सरेंडर नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये दी गई प्रोत्साहन राशि
इधर बीजापुर के एडिशनल एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि सरेंडर किये इन सभी 16 नक्सलियों को शासन की ओर से 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है और जल्द ही राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत बाकी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.
इन नक्सलियों ने पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी माओवादी संगठन को लेकर दिया है ,जिसके आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी वही एडिशनल एसपी ने बताया कि नक्सल ऑपरेशन में जाने वाले जवानों के द्वारा लगातार गांव-गांव में स्थानीय नक्सलियों को सरेंडर करने की अपील की जा रही है, इसी का नतीजा है कि लगातार बड़े नक्सली कैडरों के साथ काम करने वाले उनके साथी नक्सली भी अब सरेंडर कर मुख्य धारा में जुड़ रहे है.
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