Bijapur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर पुलिस को लोकसभा चुनाव से पहले नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. मंगलवार (2 मार्च) को हुए मुठभेड़ में पुलिस के जवानों ने 9 नक्सलियों को मार गिराया है. जवानों ने नक्सलियों के पास से इंसास, एलएमजी और एके-47 जैसे ऑटोमेटिक हथियार भी बरामद किए हैं. 


यह मुठभेड़ पिछले तीन घंटे से जारी है. छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए एंटी नक्सल ऑपरेशन में इस साल अब तक की यह सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है. जिसमें एक साथ 9 नक्सली मारे गए हैं. पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने का भी दावा किया है. 


मुठभेड़ में मारे गए कई इनामी नक्सली
जवानों ने मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं और उन्हें बीजापुर मुख्यालय लाने की तैयारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि मारे गए सभी नक्सली माओवादी संगठन के पीएलजीए के सदस्य हैं, जिनकी गिनती बड़े कैडर के नक्सलियों होती है. मारे गए नक्सलियों में से कुछ पर लाखों रुपये का ईनाम भी घोषित है.


नक्सल अभियान में साल की सबसे बड़ी सफलता
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी से मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट के लिए प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. इस चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए लोकसभा क्षेत्र के सभी नक्सल प्रभावित इलाकों में जवानों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी के मौसम में भी लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है.


ऑटोमेटिक हथियार के साथ बरामद हुई ये चीजें
आईजी सुंदरराज पी के मुताबिक, इस ऑपरेशन के दौरान जवानों को सफलता भी मिल रही है. सप्ताह भर पहले ही बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित  इलाके में जवानों ने 6 नक्सलियो का एनकाउंटर किया था. मंगलवार को जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के कोरचोली और लेन्द्रा के जंगलों में जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई और इस मुठभेड़ में जवानों ने अपनी बहादुरी का परिचय देते  हुए 9 नक्सलियों को मार गिराया.


मारे गए नक्सलियों के पास से ऑटोमेटिक हथियार बरामद हुआ. साथ ही नक्सलियों का दैनिक सामान और विस्फोटक सामान भी बरामद हुआ है. आईजी का कहना है कि नक्सली चुनाव से पहले बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए लगातार अंदरूनी इलाकों में अपना ठिकाना बदल रहे हैं. ग्रामीणों के साथ बैठक भी कर रहे हैं. पुलिस को मुखबिरी से सूचना मिली थी कि कोरचोली इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी है. 


'नक्सलियों की नहीं हो पाई है पहचान'
इस सूचना के बाद डीआरजी और सीआरपीएफ कोबरा के साथ बस्तर बटालियन के जवानों की एक संयुक्त टीम को इलाके में सर्चिंग के लिए भेजा गया. यहां नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. आईजी सुंदरराज ने बताया कि फिलहाल मारे गए नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है. 


घटनास्थल से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है. जवानों ने मुठभेड़ में मारे गए सभी 9 नक्सलियों के शवों को बरामद कर लिए हैं. मारे गए सभी नक्सलियों के शवों को बीजापुर मुख्यालय लाने की तैयारी की जा रही है. आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि इस ऑपरेशन की सबसे अच्छी बात यह रही कि इस मुठभेड़ में जवानों की तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ है.


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