Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर (Bijapur) जिले में दो ठेकेदारों के नाम नक्सलियों ने पर्चा जारी कर जान से मारने की खुली धमकी दी है. नक्सलियों ने अपने पर्चा में लिखा है कि अगर ठेकेदार इंद्रावती नदी में पुल बनाने और अंदरूनी इलाकों में सड़क निर्माण का काम बंद नहीं कर देते तो उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा.
दरअसल नक्सली इंद्रावती नदी पर पुल बनने और आसपास के इलाकों में विकास कार्य किए जाने से पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं, जिसको लेकर नक्सलियों ने तत्काल काम बंद करने के लिए ठेकेदार अंकित गुप्ता और अमजद खान को चेतावनी देते हुए इन पर पुलिस (Chhattisgarh police) का आदमी होने का भी आरोप लगाया है. नक्सलियों ने अपने पर्चा में लिखा है कि ठेकेदार अंकित गुप्ता काम छोड़कर अपने परिवार के साथ अच्छे से दूर रहें और अपना कोई दूसरा काम ढूंढ लें, अगर अब अंकित गुप्ता हमारे हाथ लगेगा तो उसे मौत की सजा देंगे.
कर चुके हैं अपहरण
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में लगातार विकास कार्य किये जा रहे हैं और माढ़ इलाके को जोड़ने के लिए इंद्रावती नदी पर पुल भी बनाया जा रहा है. इस पुल के निर्माण के दौरान ही कुछ महीने पहले नक्सलियों ने सब इंजीनियर और मुंशी का अपहरण कर लिया था और 4 दिनों तक अपने पास बंधक बनाए रखने के बाद काम बंद करने और दोबारा इंद्रावती नदी पर पुल बनाने का काम नहीं करने की चेतावनी देकर रिहा कर दिया था.
हालांकि इस घटना के बाद कई महीनों तक काम बंद रहा लेकिन एक बार फिर इंद्रावती नदी में बन रहे पुल के निर्माण का कार्य दोबारा शुरू करने से नक्सली बौखलाए हुए हैं. नक्सलियों ने ठेकेदारों को चेतावनी देते हुए कहा है कि पुल निर्माण का काम तत्काल बंद कर दें नहीं तो जान से मार दिया जाएगा. नक्सलियों ने यह भी लिखा है कि हमने बार-बार समझाया फिर भी नहीं मान रहे हो अब काम बंद करो वरना सीधे मौत की सजा देंगे.
दहशत का माहौल
नक्सलियों के इस धमकी भरे पर्चे के बाद ठेकेदार और उस क्षेत्र में काम करने वाले मुंशी से लेकर मजदूर भी काफी डरे हुए हैं. इस पर्चे को नक्सलियों के मद्देड़ एरिया कमेटी ने जारी किया है,.पर्चे में लिखा है कि बेदरे इंद्रावती पुल समेत आसपास के इलाके में हो रहे सड़क निर्माण काम को तत्काल बंद करें. इधर इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है.
हालांकि पुल निर्माण के दौरान कुछ महीने पहले हुई अपरहण की घटना के बाद सुरक्षा जरुर बढ़ाई गई है और CRPF और DRG जवानों की मौजूदगी में ही सड़क और पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. बावजूद इसके अब नक्सलियों के धमकी भरे इस पर्चे से इस इलाके में काम कर रहे ठेकेदार, मुंशी से लेकर स्थानीय ग्रामीण भी डरे हुए हैं.
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