Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) इलाके में अगवा किए गए सभी चार ठेकेदारों को आखिरकार नक्सलियों (Naxalites) ने रिहा कर दिया है. सोमवार की देर रात पहले दो ठेकेदारों को रिहा करने के बाद बुधवार दोपहर को अन्य दो ठेकेदारों को भी नक्सलियों ने रिहा कर दिया है. दरअसल बीते 10 दिनों से नक्सलियों ने इन चारों ठेकेदारों को गोरना इलाके से अगवा कर अपने साथ रखा था. हालांकि नक्सलियों से रिहा होने के बाद चारों ही ठेकेदार मीडिया से कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं कि किन शर्तों पर नक्सलियों ने उन्हें रिहा किया है, इस पर किसी तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है.
वहीं बताया जा रहा है कि गोरना में चल रहे सड़क निर्माण कार्य को बंद करने को नक्सलियों ने कहा है और उन्हें दोबारा काम शुरू नहीं करने चेतावनी देकर रिहा किया गया. इधर नक्सलियों द्वारा चारों ठेकेदारों को रिहा करने के बाद परिजनों ने भी राहत की सांस ली है.
काम बंद करने की चेतावनी
दरअसल बीते 24 दिसंबर को नक्सलियों ने बीजापुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र गोरना इलाके से पेटी ठेकेदार निमेन्द्र कुमार दीवान समेत अन्य तीन ठेकेदारों का अपरहण कर लिया था और अपने साथ ले गए थे. लगभग 10 दिनों तक नक्सलियों ने उन्हें अपने पास रखा और पहले 2 जनवरी सोमवार की देर रात कोंडागांव निवासी निमेन्द्र कुमार दीवान और निलचंद नाग को नक्सलियों ने रिहा किया.
वहीं बुधवार की दोपहर लौंहडीगुड़ा निवासी टेमरुराम नाग और बारसुर निवासी चापड़ी बैतया को भी रिहा कर दिया. इधर नक्सलियों से रिहा हुए चारों ही ठेकेदार काफी डरे और सहमे हुए हैं. उन्होंने अब तक इस अपहरण को लेकर कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि वे यह जरूर कह रहे हैं कि अब उस क्षेत्र में वे काम नहीं करेंगे क्योंकि नक्सलियों ने उन्हें दोबारा काम शुरू नहीं करने की सख्त हिदायत दी है.
ठेकेदारों से की जाएगी पूछताछ
वहीं बीजापुर के एसपी आंजनेय वार्ष्णेय का कहना है कि, नक्सलियों द्वारा चारों ठेकेदारों को रिहा करने के बाद अब तक उनसे किसी तरह की कोई पूछताछ नहीं की गई है. फिलहाल यह जानकारी मिली है कि नक्सलियों ने उन्हें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है और यह भी जानकारी मिली है कि नक्सलियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने इन ठेकेदारों का अपरहण किया था, फिलहाल कुछ दिन बाद रिहा ठेकेदारों से बातचीत की जाएगी.