Chhattisgarh: नक्सल पीड़ित परिवारों के आश्रितों को CM विष्णुदेव साय की सौगात, मिली सरकारी नौकरी
Bijapur News: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सल संगठन को छोड़कर सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ लेने वाले युवाओं से मिलकर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि बस्तर अब शांति की ओर अग्रसर है.
Chhattisgarh News: बीजापुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सल प्रभावित परिवारों के 70 आश्रितों को सरकारी नौकरी की सौगात दी है. नियुक्ति पत्र पाकर नक्सल प्रभावित लोगों के चेहरे खिल उठे. मुख्यमंत्री ने 19 हजार से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहकों को 14 करोड़ 9 लाख की बोनस राशि भी वितरित की.
उन्होंने सरेंडर नक्सली और नक्सल पीड़ित युवाओं से संवाद किया. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सल संगठन को छोड़कर छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ लेने वाले युवाओं से मिलकर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि बस्तर अब शांति की ओर अग्रसर है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि नक्सली हिंसा के 55 से ज्यादा पीड़ितों ने दिल्ली जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. उन्होंने ने कहा कि नक्सली हिंसा के शिकार लोगों की बातें सुनकर बहुत दुख हुआ. युवा संवाद कार्यक्रम के दौरान नक्सल पीड़ितों ने आपबीती सुनाई. नव आरक्षक सुमित्रा ने बताया कि पिता की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत आरक्षक पद पर नौकरी मिली है.
नक्सली हिंसा के शिकार लोगों ने सुनायी आपबीती
उन्होंने पुनर्वास नीति को नक्सल पीड़ित परिवार के लिए वरदान बताया. पुनर्वास नीति के तहत पुलिस विभाग में मंगल मोड़ियम को भी नियुक्ति मिली है. मंगल मोड़ियम 19 सालों तक नक्सल संगठन में रहा था. चेरकंटी निवासी मंगल मोड़ियम ने मुख्यधारा में शामिल होने का कारण बताया. उसने बताया कि माओवादियों की खोखली विचारधारा को छोड़कर सरेंडर किया. मंगल मोड़ियम ने बताया कि बस्तर में शांति के लिए जरूरी है कि नक्सलवाद का खात्मा हो.
सरकारी नौकरी पर मुख्यमंत्री का जताया आभार
नक्सली भोले-भाले आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन के नाम पर गुमराह करते हैं. अब धीरे-धीरे स्थिति बदल रही है. पुलिस के जवान ग्रामीणों का भरोसा भी जीत रहे हैं. यही वजह है कि बस्तर में नक्सली बैकफुट पर हैं. युवा संवाद के बाद आवास का स्वीकृति पत्र और तेंदूपत्ता बोनस वितरण का कार्यक्रम हुआ. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मौजूदगी में नक्सल प्रभावित परिवारों के आश्रितों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ और तेंदूपत्ता का बोनस भी दिया गया. लाभार्थियों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राशि, किसान क्रेडिट कार्ड भी दी गयी. नक्सल पीड़ित परिवारों को पहली बार सरकारी नौकरी मिलने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया गया.
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